दिल्ली का चाचा—भतीजा हत्याकांड : नाबालिग रिश्तेदार ही निकला मास्टर माइंड, रुपयों के लेनदेन का था मामला
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में दिवाली पर हुए चाचा-भतीजे के सनसनी हत्याकांड मामले में ताज खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में दोहरे हत्याकांड का मास्टमाइंड नाबालिग रिश्तेदार निकला।
पीड़ित परिवार के गंभीर आरोपों की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस जांच के अनुसार रुपयों के लेन-देन के विवाद में इस वारदात को अंजाम दिया गया।
दिवाली की रात गुरुवार को उस समय दोहरा हत्याकांड हुआ जब एक परिवार अपने घर के बाहर दिवाली पर आतिशबाजी कर रहा था। इसी दौरान वहां स्कूटी सवार दो हथियारबंद लोग आए।
स्कूटी सवार ने बिहारी कॉलोनी निवासी आकाश (40) के पैर छुए। इसके बाद उसके साथी ने आकाश पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।
गोली मारने के बाद आरोपी फरार हो रहे थे तो आकाश के भतीजे ऋषभ (16) ने उनका पीछा किया। बदमाशों ने ऋषभ को भी गोली मार दी। इसके अलावा आकाश के बेटे कृष को भी बदमाशों ने गोली मारी।
तीनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने आकाश और ऋषभ को मृत घोषित कर दिया। जबकि कृष (10) का इलाज चल रहा है।
मृतक आकाश के भाई और ऋषभ के पिता योगेश ने बताया कि घटना कल शाम साढ़े सात से आठ बजे के मध्य की है।
दो लोग आए थे, मेरे भाई और बेटे की हत्या दोपहिया वाहन पर सवार व्यक्ति ने की। कुछ समय पहले मेरे भाई का पैसों को लेकर विवाद हुआ था।
योगेश ने बताया कि जिस समय यह घटना हुई, वो भी घर पर ही मौजूद थे। हमलावर उनका रिश्तेदार ही है। हत्याकांड को अंजाम देने वाला उनका भतीजा लगता है। आरोपी मेरे ताऊ के बेटे का बेटा है।
वह स्कूटी से आया। उसने पैर छुए और हमला करा दिया। हमले में मेरा भाई और बेटा मारा गया है। जबकि कृष घायल है।
आकाश के भाई योगेश का दावा है कि हमलावर से पैसे को लेकर विवाद था। आरोपी हमलावर ने मेरे भाई और बेटे की जान ले ली।
हमलावर मास्टरमाइंड मेरा भतीजा ही है, जो कि नाबालिग है। पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है।