सावधान : सोलन में चिकित्सकों के फर्जी प्रिस्क्रिप्शन के सहारे भी हो सकती है प्रतिबंधित दवाओं की खरीददारी
सोलन। नशे के आदी युवा अब चिकित्सकों के नाम की फर्जी पर्चियां बनवा कर भी प्रतिबंधित दवाइयों को मेडिकल स्टोरों से खरीद सकते हैं। सोलन के एसपी गौरव सिंह ने इस प्रकरण को लेकर तमाम मेडिकल स्टोर मालिकों को आगाह किया है।
दो दिन पूर्व मेडिकल स्टोर मालिकों के साथ आहूत बैठक में सोलन के एसपी गौरव सिंह ने सोलन में सिंथेटिक ड्रग्स और प्रतिबंधित दवाईयों के अवैध वितरण पर पूर्ण रोक लगाने व इसके कारण उप्पन्न हो रहे दुष्प्रभावों की जानकारी दी। बैठक में अवगत करवाया सिंथेटिक ड्रग्स और प्रतिबंधित दवाइयों का गैरकानूनी वितरण समाज के लिए अत्यंत नुकसानदायक है तथा यह आज की युवा पीड़ी के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। इनकी बढ़ती उपलब्धता युवाओं में नशे की लत और अपराध को बढ़ावा देती है।
इस समस्या को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और केमिस्ट दुकानदारों के बीच सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह साझेदारी केवल कानूनी अनुपालन तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी के तहत सामूहिक प्रयास की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई लेकिन एक खास बिंदु रहा नामी चिकित्सकों के फर्जी प्रिस्क्रिप्शन के सहारे प्रतिबंधित दवाइयों की खरीद। उन्होंने कैमिस्ट को बताया कि आज के समय में नशे के आदि युवकों द्वारा फर्जी प्रिस्क्रिप्शन बना कर उक्त प्रतिबंधित दवाईयों को मैडिकल स्टोर से खरीदते का प्रयास किया जा सकता है इस प्रकार के मामलों के संज्ञान में आने पर तुरन्त पुलिस को सूचित करने बारे अनुरोध किया गया ।
बैठक में बताया गया कि सिंथेटिक ड्रग्स वे रासायनिक पदार्थ हैं जो प्राकृतिक स्रोतों के बजाय लैब में तैयार किए जाते हैं। ये मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करते हैं तथा अपराधों में वृद्धि, युवाओं में नशे की लत, और पारिवारिक स्थिरता को कमजोर करता है ।
उन्होंने बताया कि कई प्रतिबंधित दवाईयां गलत हाथों में नशे के लिए उपयोग की जाती हैं । कुछ दुकानदार कमीशन के लालच में इन दवाइयों को गैरकानूनी तरीके से बेचते हैं ।
बैठक में सभी मौजूदा सदस्यों से अनुरोध किया गया कि वे पुलिस की प्रतिबंधित दवाओं के अवैध वितरण की समस्या से निपटने में हर सम्भव सहायता करें व यदी किसी भी समय वे इस विषय पर कोई जानकारी साझा करना चाहते हों या उन्हें इस संदर्भ में पुलिस की सहायता कि आवश्यता हो तो वे निसंकोच स्थानीय पुलिस को अवगत करवाये जो इस समस्या का उन्मूलन हो सके व स्वस्थ तथा नशा मुक्त समाज कि स्थापना कि जा सके ।
सभा के दौरान सभी दवा विक्रेताओं को अवगत करवाया गया कि वे सभी अपनी-अपनी दुकानों में उचित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा स्थापित करवायें जिससे वे अपनी दुकान में कार्यरत स्टाफ व अन्य आने-जाने वालों पर नजर बनाए रख सके ताकि कोई भी व्यक्ति अनाधिकृत रुप से उनकी दुकानों से प्रतिबंधित दवाओं को ना ले जा सके ।
एसपी ने दवा विक्रेताओं से विशेष रुप से यह भी आग्रह किया गया कि किसी भी सूरत में बच्चों या 18 वर्ष से कम आयु वाले बच्चों को प्रतिबंधित दवाओं का विक्रय ना करें । बैठक में तकरीबन 20 से 25ड्रग रिटेलर शामिल हुए।