ब्रेकिंग हिमाचल : 5 औद्योगिक क्षेत्रों में चार तरह की दवाओं के 22 सैंपल फेल, दर्द निवारक, हाई ब्लड प्रशर, सूजन और हृदय रोग की हैं ये दवाएं
नालागढ़। हिमाचल प्रदेश के अलग —अलग औद्योगिक क्षेत्रों में बनी चार तरह के रोगों की दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। जानकारी के अनुसार दर्द, उच्च रक्तचाप, सूजन और हृदय रोग की दवाएं तय मानकों पर खरी नहीं उतर सकी हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रक संगठन के अप्रैल के ड्रग अलर्ट में इनके सैंपल फेल पाए गए हैं। प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र सोलन की तीन, जिनमें बद्दी की दो, परवाणू की एक, सिरमौर के पांवटा साहिब और कांगड़ा के संसारपुर टैरेस के फार्मा उद्योग की एक-एक दवा शामिल है। दवा नियंत्रक ने इन पांचों उद्योगों को नोटिस जारी करके बाजार से स्टॉक वापस मंगवा लिया है।संगठन ने अप्रैल में 931 दवाओं के सैंपल लिए थे। इनमें 908 मानकों पर खरे उतरे, जबकि 22 दवाओं और एक सर्वे के सैंपल फेल हुए हैं।
एशिया के फार्मा हब बद्दी के धर्मपुर स्थित लाइफ केयर नैरो प्रोडक्ट कंपनी की उच्च रक्तचाप की दवा टाडाफिल, सिरमौर जिले के क्यारदा गांव के सिरमौर रेमेडी कंपनी की दर्द की दवा बैक्लोफिन, सोलन जिले के परवाणू की मोरपिन लैबोरेट्रीज की हृदयरोग की दवा अटोरवा स्टेटिन, बद्दी के श्री साईं बालाजी फारामेटिक कंपनी की दर्द व सूजन की अस्किलो पेरा सेकसीपेपटीडेज दवा और कांगड़ा के संसारपुर टैरेस औद्योगिक क्षेत्र की रक्तचाप की दवा टेलमीसारटन के सैंपल फेल हुए हैं। राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने बताया कि सैंपल फेल होने वाले उद्योगों को नोटिस जारी कर सैंपलों के बैच बाजार से हटाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।