बागेश्वर न्यूज : वे हमारी जिंदगी बचा रहे हमें उनके परिवार को तो स्वास्थ्य सुरक्षा देनी चाहिए श्रीमान, स्वास्थ्यकर्मियों के आवासों की हालत खराब

बागेश्वर। प्रदेश मेें कोविड मरीजों को स्वस्थ करने के लिए अपनी जान की बाजी लगाने व 24-24 घंटे तक कोविड मरीजों की सेवा करने वाले चिकित्सा कर्मचारियों की सुविधा की ओर सरकार का ध्यान नहीं है। इन स्वास्थ्य कर्मचारियों को आवासीय कालोनियों व चिकित्सालयों में काफी कठिनाइयों में काम कर रहे हैं। जिससे उन्हें मानसिक व शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
चिकित्सकों समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भी दिन रात मेहनत की तथा कई लोगों को कोविड से
बाहर निकाला। इस बीच कई स्वास्थ्य कर्मचारी लगातार डयूटी करने से मानसिक तनाव से भी गुजरे। आश्चर्य की बात यह है कि जब वे डयूटी से सरकारी आवास में जाते हैं तो उन्हें घर के बाहर व अंदर की सुविधाओं को देखकर मानसिक तनाव और अधिक बढ़ जाता है। जिला चिकित्सालय समेत जनपद के कपकोट, कांडा व बैजनाथ चिकित्सालय की बात की जाय तो यहां के आवासीय कालोनी में रहने वाले स्वास्थ्य कर्मचारी व चिकित्सक सरकारी कालोनी में काफी मुश्किलों में रह रहे हैं। उनका कहना है कि कई बार अधिकारियों को समस्याओं से अवगत कराया है उनके द्वारा उच्चाधिकारियों को इस संबंध में प्रस्ताव भेजे जाते हैं। परंतु अब तक इस पर कार्रवाई नहीं हुई है। चिकित्सालय के हालत देखने पर देखा गया कि चिकित्सालयों तथा आवासीय कालोनी में नालियों में झाड़ियां उगी हुई हैं, कहीं चाहर दीवारी ध्वस्त है तो कालोनी की बिजली फिटिंग खतरे को दावत दे रही हैं। कई के शौचालय, स्नानागार, आवासीय कमरे क्षतिग्रस्त हैं। यही हाल चिकित्सालयों का भी है चिकित्सालयों में सेनेटरी आयटम के क्षतिग्रस्त होने तथा शौचालयों के चोक होने की समस्या बनी हुई है।

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