पिथौरागढ…बाप रे: अग्निवीर की भर्ती प्रकिया की वीडियो बना रहा युवक पकड़ा गया, पूछताछ में हुआ हैरान कर देने वाला यह बड़ा खुलासा

पिथौरागढ़। जिले के आर्मी भर्ती केंद्र में चल रही अग्निवीर की भर्ती में आर्मी इंटेलीजैस द्वारा वीडियोग्राफी कर रहे युवक को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस थाने में पूछताछ व उसके पास उपलब्ध दस्तावेजों की गहनता से जांच करने पर नया ही भेद खुला। दरअसल युवक फर्जी प्रमाणपत्रों के माध्यम से सेना में बतौर अग्निवीर भर्ती होना चाहता था। उसके पास उसकी दो जन्मतिथियों को दर्शाने वाले कई दस्तावेज मिले हैं। जिनमें उसकी उम्र में कम से कम तीन साल क अंतर दिखाई पड़ रहा है। पुलिस ने उसे दस्तावेजों में कूट रचना करके धोखाधड़ी करने के आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया। युवक की पहचान मुनिस्यारी तहसील के नामिक गांव निवासी दीपक सिंह जैम्याल के रूप में हुई है।


मिल रही जानकारी के अनुसार आज सुबह जब सेना के ग्राउंड में अग्निवीर की भर्ती चल रही थी तब दीपक सिंह जैम्याल भी वहां पहुंच गया वह भर्ती की प्रक्रिया को अपने मोबाइल कैमरे में कैद करने लगा। उसे ऐसा करते हुए सेना के इंटेलीजैंस के जवाानों ने देख लिया। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह भी यहां भर्ती होने के लिए आया है और उसकी भर्ती 7 सितंबर को नियत हैं। सेना का खुफिया तंत्र ने उसे वहां तैनात पुलिस के जवान गंगा सिंह के हवाले कर दिया। गंगा सिंह उसे लेकर कोतवाली पहुंच गया।


यहां पूछताछ में दीपक सिंह जैम्याल ने बताया कि वह भी सेना में भर्ती होने के लिए अपने गांव से यहां आया है। उसने पुलिस को अपना एडमिट कार्ड भी दिखाया जिसमें उसे सात सितंबर को पिथौरागढ़ आर्मी मैदान में पहुंचने के लिए कहा गया था। उसके हाथ में एक फाइल कवर भी था जिसमें कई दस्तावेज करीन से लगाए गए थे। इन दस्तावेजों कीजांच करने पर पुलिस हैरान रह गई। दीपक के पास दो आधर कार्ड थे। जिनका नंबर समान है लेकिन गौर से देखने पर पता चला कि एक आधार कार्ड में उसकी जन्म तिथि 01 मार्च 1999 लिखी गई है जबकि दूसरे आधार कार्ड में उसकी जन्म तिथि 1 अगस्त 2003 दर्ज है।

पुलिस ने उसकी फाईल में रखे अन्य दस्तावेजों की भी बारीकी से जांच की तो पता चला कुछ दस्तावेजों में उसकी जन्म तिथि 01 मार्च 1999 है तो कुछ में 1 अगस्त 2003 दर्ज है। इसके बाद पुलिस ने दीपक से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पुलिस को बताया कि उसकी असली जन्म तिथि 01 मार्च 1999 ही है। इस नाते उसकी सेना में भर्ती होने की आयु सीमा बीत चुकी है। लेकिन वह हर सूरत में सेना में जाना चाहता था इसलिए उसने नकली दस्तावेज तैयार करवाए।

इसमें आधार कार्ड के अलावा एक एडमिट कार्ड दिनांक 25 फरवरी 2020 का कम्प्यूटर प्रिंटेड जिसमें जन्मतिथि 01 मार्च 1999 अंकित है। यही नहींे उसके पास एसबीएस कान्वेन्ट जूनियर हाईस्कूल महुवाखेड़ा गंज काशीपुर का कक्षा 8 की टीसी व अंक तालिका भी मिली है। जिसमें उसकी जन्मतिथि.01ण्08ण्2003 अंकित है तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान द्वारा जारी 10 वीं कक्षा की अंकतालिका व माइग्रेशन सह स्थानान्तरण प्रमाण पत्र जिनमें जन्मतिथि. 01 अगस्त 2003 अंकित है तथा दिनांक 09 अगस्त2022 को प्रिन्टेड आर्मी एडमिट कार्ड मिला जिसमें जन्मतिथि.01 अगस्त 2003 अंकित है।

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उसने नकली दस्तावेजों के सहारे सेना का एडमिट कार्ड भी आन लाइन प्राप्त करने में सफलता हासिल कर ली थी। पुलिस ने दीपक को आज शाम आईपीसी की 467, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया।

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