दिल्ली ब्रेकिंग: 5000 करोड़ के ड्रग्स केस में अमृतसर से आरोपी गिरफ्तार
नई दिल्ली। दिल्ली से बरामद 5000 करोड़ रुपए की ड्रग्स मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पंजाब से एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम जितेंद्र प्रीत गिल है जिसे पुलिस ने अमृतसर से गिरफ्तार किया गया है। जितेंद्र ब्रिटेन का निवासी है लेकिन भारतीय नागरिक है। यह खेप के भारत में आने से पहले ही भारत पहुंच गया था और खेप की सप्लाई करने गिरोसार सरगना ने इसको यूके से भारत भेजा था। दिल्ली पुलिस आज सुबह उसे दिल्ली लेकर आई है उसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा और रिमांड में लिया जाएगा फिर पूछताछ की जाएगी।
नशीली दवाओं की जब्ती का विवरण
बुधवार को दिल्ली पुलिस ने अंतरर्राष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार तस्कर तुषार गोयल, हिमांशु कुमार (27), औरंगजेब सिद्दीकी (23) भरत कुमार जैन (48) को गिरफ्तार किया था। जानकारी के मुताबिक, 40 वर्षीय तुषार गोयल मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पुलिस ने उसके दिल्ली के महिपालपुर स्थित गोदाम से 562 किलोग्राम कोकीन और थाईलैंड का 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना बरामद की है। मादक पदार्थों की ये खेप विदेश से महाराष्ट्र के किसी बंदरगाह पर आई थी। अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में बरामद मदाक पदार्थों की इस खेप की कीमत 2000 से 5000 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि इन लोगों की योजना दिल्ली और अन्य शहरों में संगीत समारोहों और पॉश इलाकों में बड़ी मात्रा में ड्रग्स बांटने की थी। पुलिस ने समूह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई हैं। अधिकारियों ने संकेत दिया कि भारत और विदेश से लगभग एक दर्जन लोग कथित तौर पर मध्य पूर्वी देशों से भारत में प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी में शामिल हैं।
गोयल के राजनीतिक पार्टी से संबंध
गोयल की सोशल मीडिया मौजूदगी से कांग्रेस पार्टी के नेताओं के साथ कई तस्वीरें सामने आईं। उनके कथित फेसबुक प्रोफाइल में एक बाघ की तस्वीर है और बताया गया है कि वह DYPC, भारतीय युवा कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश RTI सेल के अध्यक्ष हैं। हालांकि, भारतीय युवा कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि गोयल को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 17 अक्टूबर, 2022 को निष्कासित कर दिया गया था।
राजनीतिक और पारिवारिक संबंध
अधिकारी ने गोयल की राजनीतिक संबद्धता पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि भारत के लगभग छह व्यक्ति कथित तौर पर उनके सिंडिकेट का हिस्सा थे। जांच से पता चला कि जिस तीन मंजिला इमारत में ड्रग्स मिले थे, वह गोयल के पिता की थी, जो स्कूल बुक पब्लिशिंग का व्यवसाय चलाते हैं।
गोयल के पिता से पुलिस ने पूछताछ की है, लेकिन फिलहाल वे इस सिंडिकेट में शामिल नहीं हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने 2008 में अपने बेटे को इसलिए त्याग दिया था क्योंकि उसने परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी की थी, लेकिन उन्होंने बताया कि गोयल पिछले डेढ़ साल से उनसे मिलने आया था। पिता ने दावा किया कि उन्हें बिल्डिंग में ड्रग्स रखे जाने के बारे में जानकारी नहीं है। पुलिस ने गिरफ्तार लोगों से छह मोबाइल फोन जब्त किए हैं और सिंडिकेट के नेटवर्क की गहन जांच कर रही है।