मुख्य आरोपी मधुकर के अलावा दो और गिरफ्तार, फंडिंग का भी अंदेशा- 72 लोगों के नाम सामने आए
हाथरस। भगदड़ मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग आज दोपहर हाथरस पहुंच गया। इस दल ने पहले पुलिस लाइन में अधिकारियों के साथ बैठक कर अब तक की कार्रवाई की जानकारी ली। हादसे के बारे में जाना। इसके बाद सिकंदराराऊ के गांव फुलरई पहुंचकर घटना स्थल देखा। साथ में डीएम एसपी व अन्य अधिकारी भी रहे।
आयोजकों के बोर्ड पर 72 नाम लिखे थे, सबकी तलाश जारी
हासिकंदराराऊ के गांव फुलरई में सूरजपाल (नारायण साकार विश्व हरि) के सत्संग के बाद भगदड़ मामले के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर के समर्पण को पुलिस ने गलत बताया है। इस सहित तीन आरोपितों को शुक्रवार की रात दिल्ली के नजबगढ़ से गिरफ्तार होने की जानकारी एसपी ने दी है। साथ ही नारायण विश्व हरि को राजनीतिक फंडिंग की आशंका जताई है।
राजनीतिक दल भी शक के घेरे में
शनिवार को एसपी ने बताया कि जांच में पता लगा कि साकार हरि पर होने वाले खर्च के लिए पैसा हो सकता है कोई राजनीतिक दल भी देता हो। इसकी अभी विस्तार से जांच की जाएगी। साथ ही साकार हरि की आय को लेकर इनकम टैक्स विभाग से भी संपर्क किया जाएगा। बैंक खाते, डोनेशन रिकार्ड तलब किया जाएगा। पीसीआर पर लेकर आरोपितों से पूछताछ की जाएगी।
कई सेवादारों की तलाश जारी
गिरफ्तार किए गए लोगों में मुख्य आरोपित देवप्रकाश मधुकर, के अलावा मैनपुरी के बेवर क्षेत्र स्थित खांकेताल निवासी रामप्रकाश शाक्य, सिकंदराराऊ के गोपालपुर निवासी संजू यादव है। अन्य सेवादारों की तलाश की जा रही है। मधुकर कुछ देर बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा। दोपहर उसका डाक्टरी परीक्षण काराया गया है।
इसके खिलाफ पोरा चौकी प्रभारी ब्रजेश पांडे की ओर से भारतीय न्याय सहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223, 238 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कराया है। मुख्य आयोजक की गिरफ्तारी के बाद अब आयोजन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले लोगों की भी पुलिस जानकारी कर रही है। आयोजकों के बोर्ड पर 72 नाम लिखे थे। मंगलवार को सत्संग के बाद भगदड़ में मृत 121 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी।