बागेश्वर न्यूज : तीन दिन बाद आया पुलिस का प्रेसनोट, कहा— शिकारी का शिकार मामले में हत्यारोपियों को मंतोली तिराहे से कल किया गिरफ्तार
बागेश्वर। कपूरी कांडा के जंगल में शिकार खेलने गए एक व्यक्ति की हत्या के मामले में पुलिस ने घटना के तीसरे दिन मामले का खुलासा तो कर दिया है, लेकिन अभी भी पुलिस के सामने कई सवाल मुंह बाये खड़े हैं। मीडिया रिपोर्टों में आठ तारीख की सुबह से ही सामने आ चुका था कि मृतक रविंद्र सिंह के साथ गए दोनों युवकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस बात की तस्दीक पुलिस के अधिकारी स्वयं कैमरों के सामने कर भी चुके थे। लेकिन अब जो प्रेस नोट पुलिस ने जारी किया है उसमें लिखा गया है कि पुलिस ने अथक परिश्रम और सुरागरसी पतारसी के बाद मंतोली तिराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया।
यही नहीं तीन दिन तक पूछताछ करके भी पुलिस और बागेश्वर एसओजी आरोपियों से यह पता नहीं लगा सकी है कि आखिर गोली किसके हाथ से चली। अगर पुलिस को पता चल भी गया है तो मीडिया को पुलिस ने यह बताने की जरूरत नहीं समझी। इसी प्रकार पुलिस ने प्रेस नोट में यह भी नहीं बताया कि जिस बंदूक से गोली चली वह किसकी है। इसका जिक्र करना भी पुलिस ने उचित नहीं समझा।
अमूमन ऐसे मामलों में पुलिस आरोपियों से पूछताछ का विवरण भी मीडिया के सामने शेयर करती है। लेकिन बागेश्वर पुलिस ने इस मामले में ऐसा नहीं किया। अब संभवत: बागेश्वर पुलिस अधिकारियों को लगता है कि मीडिया को लिखकर दिया जाए वहीं छप जाए। लेकिन मीडिया का दायित्व सवाल पूछना भी है। इस तथ्य को बागेश्वर पुलिस नहीं मानती। यह स्थिति तब है जब बागेश्वर की कमान सुलझे हुए अफसर के हाथों में है।
इससे पहले वह हल्द्वानी में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और मीडिया व पुलिस के बीच अच्छे संबंध बनाने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन आज जारी किया गया पुलिस का खुलासे वाला प्रेसनोट अपने आप अपनी पीठ थपथपाने से ज्यादा कुछ नहीं दिखता। जो बात प्रिंट, डिजिटल और इलैक्ट्रानिक्स मीडिया लगातार अपने पाठकों व दर्शकों को बता रहा है पुलिस ने इस प्रेसनोट में वहीं बात दोहराई है लेकिन तीन दिन बाद।