लालकुआं… #ब्रेकिंग : विनोद तिवारी आत्महत्या मामले में ट्विस्ट :सुसाइड नोट आया सामने, पत्नी ने कोतवाली में कांग्रेसी नेता-पत्नी और रिश्तेदार पर लगाए गंभीर आरोप
लालकुआं। कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत रेलवे बाजार निवासी युवा व्यापारी विनोद तिवारी कि आत्महत्या के मामले में अचानक ट्वीस्ट आ गया है। मृतक विनोद तिवारी की पत्नी ने कल कोतवाली में तिवारी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में काग्रेंस के जिला महांमत्री व उनकी पत्नी सहित रिश्तेदार व अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी धारा 306 में मामला दर्ज कराया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
स्मरणीय है कि 11 नवंबर की दोपहर रेलवे बजार निवासी युवा व्यापारी विनोद तिवारी का शव उनके घर के कमरे की छत से लटका मिला था। पहले यही अनुमान लगाया जा रहा था कि मृतक विनोद तिवारी ने कर्जे से त्रस्त होकर आत्हमत्या की थी, लेकिन अब उनका मृत्यु पूर्व लिखा गया सुसाईड नोट सामने आया है। इस नोट के आधार पर ही तिवारी की पत्नी ने लालकुआं केतवाली में कांग्रेसी नेता, उनकी पत्नी, उनके बहनोई व अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।
मृतक की पत्नी भावना तिवारी ने कल सोमवार को कांग्रेस के जिलामहामंत्री भुवन पाडे व उनकी पत्नी गीता पाडे और उनके रिश्तेदार भुवन पाडे उर्फ छोटा भूवन व टूईया के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। उसने आरोप लगाया कि उसके पति के साथ पांडे व उनके रिश्तदार ने मारपीट भी किया करते थे। इसकी वजह से ही उसने आत्महत्या की या फिर मारने के बाद उन्हें फांसी पर लटकाया गया। उसका कहना है कि वह स्कूल में अध्यापिका है, उस दिन वह स्कूल में ही थी, उसे सूचना मिली कि भूवन पांडे का बहनोई छोटा भूवन उर्फ टुइया उन्हें बुलाकर ले गया है। इसके कुछ ही देर बाद वह घर पहुंच गई उस वक्त उसके पति फंदे पर झूल रहे थे। छोटा भुवन उनके घर पहुंचा लेकिन तिवारी को देखकर कर भाग गया। पीड़िता का कहना है कि उसके पति ने आत्महत्या की या उसे मारा गया इसकी भ्ज्ञी जांच होनी चाहिए। पुलिस ने मृतक कि पत्नी भावना तिवारी कि तहरीर पर तीनों लोगों के खिलाफ आईपीसी धारा 306 के तहत मामला दर्ज किया फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रही है।
भावना तिवारी के अनुसार विनोद तिवारी छोटे मोटे कार्य करके अपनी आजीविका चलाते थे, वे पांडे स्वीट्स के मालिक और रेलवे बाजार निवासी भुवन पाण्डे के साथ कार्य करते थे । भुवन पाण्डे के पत्नी गीता पाण्डे, काशीपुर ग्रामीण बैंक की डेली कलेक्शन स्कीम की एजेन्ट है। प्रार्थिनी के पति उसके लिए भुवन पाण्डे के कहने पर कलेक्शन का कार्य करते थे। कलेक्शन के पैसे पाण्डे स्वीट्स में जमा करते थे, जिसको भुवन पाण्डे व उसकी पत्नी बैंक में जमा नहीं करते थे। इस बात का जिक्र विनोद ने अपने सुसाइड नोट में भी किया है। भावना के अनुसार विनोद भुवन चन्द्र पाण्डे के बहनोई उक्त बैंक में सचिव पद पर हैं। भुवन पाण्डे एवं उनके भाई प्रार्थिनी के पति को प्रताडित करते रहते थे। वे धमकी देते थे कि तेरे बच्चों को उठा ले जायेंगे और तेरी पत्नी की इज्जत लूट लेंगे। इस प्रताड़ना से विनोद बहुत परेशान व घबराये रहने लगे थे। वे अक्सर पत्नी से अपने डर को व्यक्त करते थे। आखिर एक दिन भावना ने अपने जेवर बेचकर, बच्चों की एफडी तुड़वाकर रूपये भुवन चन्द्र पाण्डे को पाण्डे स्वीट में दे दिये ।
परन्तु वे फिर भी विनोद को धमकाते रहे, यहां तक कि गीता पाण्डे भी प्रार्थिनी को फोन करके धमकाती थी। आरोप है कि इन लोगों ने अपने जीजा के प्रभाव से प्रार्थिनी व उसके पति के नाम से लोन भी निकलवाया। औरी लोन की सारी रकम भुवन चन्द्र पाण्डे ने रख ली । भुवन चन्द्र पाण्डे के रिश्तेदार भुवन उर्फ छोटा भुवन उर्फ टुईया भी प्रार्थिनी के पति को धमकाता व पीटता था। परन्तु इज्जत के भय से किसी को नही बताने को कहते थे। भावना का आरोप है कि भुवन चन्द्र पाण्डे व उसके सभी भाई लोग प्रार्थिनी के पति पर दबाव बनाते थे कि जो प्लाट विचनोद की पत्नी के नाम पर है उसे बेच दे, जिसके लिए एक विक्रय पत्र नोटरी कराकर प्रार्थिनी के पति को दिया था, जिस पर वे भावना के हस्ताक्षर मांग रहे थे।
यह दस्तावेज उसके पास उपलब्ध हैं। प्रार्थिनी के पति द्वारा इससे पूर्व भी कई कार्य भुवन पाण्डे के साथ किये, जिनका कोई हिसाब भुवन चन्द्र पाण्डे ने कभी प्रार्थिनी के पति को नही दिया । जब भी विनोद ने भुवन से हिसाब मांगा ते कहा गया कि घाटा हो गया है, अब पैसे तू देगा। भावना एक प्राईवेट विद्यालय में पढाती है।
उक्त घटना वाले दिन विनोद अपने चाउमिन मोमो ठेले के लिए सामान तैयार कर रहे थे, तो उक्त छोटा भुवन उन्हें घर से बुलाकर ले गया था, ऐसा भावना को पता चला तो वह तुरन्त घर आयी तो उसने अपने पति को घर में अचेत लटका देखा । भावना के घर पहुंचने के 5 मिनट के अन्दर ही उक्त छोटा भुवन प्रार्थिनी के कमरे में घुस गया और प्रार्थिनी के पति की हालत देखरकर भाग गया । भावना का कहना है कि उक्त लोगो ने प्रार्थिनी के पति को या तो मार दिया या मरने पर मजबूर किया जो जाँच का विषय है ।