बिग ब्रेकिंग: मोबाइल लेकर तेलंगाना के सीएम हाजिर हों… अमित शाह के फर्जी वीडियो केस में दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना के सीएम को भेजा समन
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के एडिटेड वीडियो के मामले में अब दिल्ली पुलिस ऐक्शन मोड में आ गई है। दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ यूनिट ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को समन भेज कर जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है।
दिल्ली पुलिस की इस यूनिट ने सीएम रेवंत रेड्डी को 1 मई को जांच में शामिल होने के लिए कहा है। समाचार एजेंसी आरएनएस ने सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी दी है कि दिल्ली पुलिस ने सीएम से कहा है कि वो अपने उस मोबाइल फोन के साथ आएं जिसके जरिए फर्जी वीडियो एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया गया था। सूत्रों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के मोबाइल की जांच की जाएगी।
बताया जा रहा है कि सीएम रेवंत रेड्डी ने भी अपने एक्स अकाउंट से अमित शाह का यह फर्जी वीडियो शेयर किया था। तेलंगाना कांग्रेस के आधिकारिक एक्स अकाउंट के अलावा पार्टी के कुछ अन्य नेताओं ने भी यह वीडियो शेयर किया था। इस केस की जांच को लेकर दिल्ली पुलिस की एक टीम हैदराबाद में भी मौजूद है। फिलहाल दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम अब तेलंगाना के सीएम से पूछताछ करना चाहती है जिसके लिए उन्हें समन भेज कर बुलाया गया है। इधर इस केस में असम के गुवाहाटी से रितोम सिंह नाम के एक शख्स को फिलहाल गिरफ्तार भी किया गया है। राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर इस बात की जानकारी दी है।
यहां आपको बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह का एक फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा था। यह वीडियो आरक्षण को लेकर गृहमंत्री के संबोधन से जुड़ा था।
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने रविवार को शिकायत मिलने के बाद केस दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के अलावा आईटी ऐक्ट के तहत भी केस दर्ज किया था। स्पेशल सेल से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह कहा जा रहा था कि अब इस मामले में पुलिस देश में अलग-अलग जगहों से गिरफ्तारियां भी कर सकती है।
इस मामले में आई सीसीसी के डीसी, सिंकू शरण सिंह ने शिकायत दर्ज करवाई थी। इस शिकायत के मुताबिक, अमित शाह का फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है कि जिसकी वजह से विभिन्न समुदायों के बीच तनाव बढ़ सकता है और शांति व्यवस्था प्रभावित हो सकती है।
इस शिकायत में कुछ लिंक भी शेयर किए गए थे जिनके जरिए यह वीडियो शेयर किया गया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए इसे साइबर पुलिस के आईएफएसओ यूनिट के पास भेज दिया था।