चंडीगढ़… नगर निगम चुनाव: डडू माजरा का डंपिग ग्राउंड फिर बना जंग का मैदान, लोगों का घरों में सांस लेना भी दूभर

चंडीगढ़ । नगर निगम चंडीगढ़ में 24 दिसंबर को चुनाव होने हैं । हर बार की तरह इस बार भी चंडीगढ़ के सेक्टर 38 में डडू माजरा कॉलोनी के बिल्कुल साथ लगते डंपिंग ग्राउंड पर सभी पार्टियों पार्टियां अपनी राजनीति चमका तो रही हैं लेकिन लोगों की जान का दुश्मन बन चुके इस कूड़े के पहाड़ को हटाने के लिए ठोस विकल्प किसी के पास नहीं है। राजनैतिक दलों ने डडू माजरा कालोनी के वोट बैंक को काबू करने के लिए अपने घोषणा पत्र में कूड़े के इस पहाड़ को हटाने के लिए दिन मांगे जा रहे हैं। र्को 180 दिन में डंपिग साइट को साफ कर देने का ऐलान कर रहा है तो कोई 100 निों में ही इसे पहले की तरह चकाचक कर देने के दावे ठोक रहा है।

आपको बतां दें कि बीते 50 वर्षों से डडू माजरा कॉलोनी, डडू माजरा गांव और धनास कॉलोनी में इस डंपिंग ग्राउंड के प्रदूषण के कारण अब तक सैकड़ों लोग अपनी जहां जान गवा चके हैं वहीं सैकड़ों की तादात में अब भी इस डंपिंग ग्राउंड के प्रदूषण के कारण गंभीर बीमारियों की चपेट में आ चुके हैं। लोगों का अपने ही घरों के भीतर भी सांस लेना दूभर हो रहा है। इसी के चलते स्थानीय लोगों में खासा रोष देखा जा रहा है। यही वजह है कि कूड़े का यह पहाड़ राजनेताओं के लिए परिक्रमा स्थल बन गया है। स्थानीय लोगों ने एक बार फिर सरकार व प्रशासन से इस डंपिंग ग्राउंड को किसी अन्य जगह पर शिफ्ट करने की मांग उठाई। या फिर पूरी कॉलोनी पर जेसीबी मशीनें लगाकर कॉलोनी पर भी डंपिंग ग्राउंड बनाने की बात रखी।
हालांकि नगर निगम चंडीगढ़ के इन दिनों 24 दिसंबर को चुनाव होने हैं और डडू माजरा का डंपिंग मैदान फिर से चुनावी मुद्दा बन गया है। राष्ट्रीय स्तर के नेता भी इस मुद्दे को चुनावों के बाद जल्द ही सुलझाने का दावा कर रहे हैं ।

लेकिन स्थानीय लोगों की मानें तो वह बीते 50 सालों से नर्क की जिंदगी जीने को मजबूर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उनकी भी पूरी जिंदगी इस डंपिंग ग्राउंड को उठाने के लिए लग चुकी है ना तो नगर निगम इस पर कोई कार्रवाई कर रहा है और ना ही सरकार व प्रशासन स्थानीय लोगों का कहना है कि जब नगर निगम या लोकसभा स्तर के चुनाव आते हैं। तो सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा इस डंपिंग ग्राउंड को हटवाने के लिए मुद्दा बनाया जाता है और अब भी इस पर खूब राजनीति की जाती है और जब चुनाव निकल जाते हैं तो उसके बाद नेता जीतने के बाद यहां पर शक्ल भी नहीं दिखाते ।

लोगों का कहना है कि अब भी नगर निगम के चुनाव 24 दिसंबर को होने वाले हैं और इसे अब राष्ट्रीय स्तर पर भी मुद्दा बनाया जा रहा है और हर पार्टी के बड़े-बड़े नेता इस डंपिंग ग्राउंड को या तो शिफ्ट करने की बात कर रहें है या 180 दिन के बाद यहां की तस्वीर बदलने का दावा कर रहे है। किसी दल ने यहां नगर निगम का कचरा न फेंकने का वायदा किया है तो किसी ने इसेसौ दिन में ही साफ करवा देने का जुमला हवा में उछाला है।
लोगों का कहना है कि ऐसे दावे वह 50 सालों से सुनते आ रहे हैं लेकिन किसी ने भी इस पर गंभीरता नहीं दिखाई। हालातों से हारे यहां के लोग अब कहने लगे हैं कि अगर सरकार इस पर कुछ भी नहीं कर सकती तो कम से कम पूरी कॉलोनी पर ही बुलडोजर चलवा दे जब कॉलोनी के लोग ही नहीं रहेंगे तो कोई भी सरकार से अपनी समस्या को लेकर सवाल नहीं पूछेगा।

आपको बता दें कि नगर निगम चुनावों को लेकर डंपिंग ग्राउंड को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां इस पर खूब राजनीति करती हुई नजर आ रही हैं लोगों का कहना है कि 50 वर्षों में इस डंपिंग ग्राउंड का लेवल ईतना बढ़ चुका है कि नगर निगम चंडीगढ़ द्वारा उनके घरों के आगे 200 फिट करीब जहरीला पहाड़ खड़ा कर दिया है।

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