अल्मोड़ा– 40 करोड़ खर्चने के बाद भी बूंद बूंद पानी को तरसी जनता कौन है जिम्मेदार
अल्मोड़ा/दन्या – मानसून शुरू हो गया है उसके बावजूद भी जिले के कई इलाके ऐसे हैं जहां पीने के पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। इन क्षेत्रों में करोड़ों रुपए की लागत से योजनाएं बनाई गई है बावजूद करोड़ों रुपया खर्च करने के बाद भी जनता कई जगह पानी के लिए तरस रही है।
सरकार विकास के प्रति कितनी गंभीर और सरकारी तंत्र कितना फेल है ये तो जनता के लिये हो रहे काम बता रहे हैं। जनपद अल्मोड़ा के विकासखंड धौलादेवी क्षेत्र में 40 करोड़ की लागत से बनी सरयू बेलक पंपिंग योजना जिसे क्षेत्र की सबसे बड़ी योजना भी कहा जाता है। इतनी बड़ी योजना क्षेत्र में होने के बावजूद भी क्षेत्र की हजारों आबादी और 120 से भी अधिक गांव पिछले 2 सप्ताह से वर्षा काल में पानी की बूंद बूंद के लिए तरस रहे हैं।
विभाग दो सप्ताह बाद भी व्यवस्था को सुचारू नहीं कर पाया है। क्षेत्र के कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा इस समस्याओं को मुख्यमंत्री कार्यालय व पोर्टल में भी डाला किंतु समस्या जस की तस बनी हुई है। क्षेत्र के लोगों द्वारा इस समस्या के संबंध में एक शिकायती पत्र केंद्रीय पेयजल मंत्रालय को भेजने पर विचार किय जा रहा है। अब देखना ये है की आखिर कब तक सरकार जनता को पानी के लिए भी तरसाती रहेगी, तो बिल तो समय से लिया जाता है परन्तु सुविधायें मुहैया करते समय विभाग का रवैया काफी उदासीन दिखाई देता है।
पानी की समस्या पर दीपक जोशी अपर सहायक अभियंता अल्मोड़ा जल निगम का कहना है की बरसात के कारण नदी में मालवा आ गया है जिस कारण हम पानी को सुचारू नहीं कर पा रहे है, जैसे ही पानी का बहाव काम होगा इसको दुरुस्त कर दिया जाएगा।