पिथौरागढ़… #ये क्या : सस्ते गल्ले की दुकान पर मालभाड़ा वसूली हो रही थी, एफसीआई बोले- ‘मुझसे शिकायत का औचित्य नहीं- डीएम या पुलिस से करो बात’, हो गया केस, विधिक प्राधिकरण ने ऐसे निपटाया मामला

पिथौरागढ़। जिला विधिक न्यायिक सेवा प्राधिकरण की पहल पर जमतड़ी गांव के लोगों की ऐसी समस्या का समाधान हुआ है जिसे साल्व करने में खाद्य आपूर्ति विभाग ने भी हाथ खड़े कर दिए थे।
हालांकि इस मामले में प्राधिकरण ने पहले पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए रेफर कर दिया था। लेकिन आज प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला जज के जमतड़ी में लगे शिविर में ग्रमीणों को समस्या का समाधान मिला। इस बीच कल पुलिस ने इस प्रकरण को लेकर मुकदमा भी दर्ज कर लिया था।

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दरअसल समस्या यह थी कि जमतड़ी की सस्ता गल्ला दुकान के स्वामी पर एक ग्रामीण ने राशन में कटौती करने के साथ प्रति किलो पचास पैसे माल भाड़ा भी उपभोक्ता से लेने का दावा करते हुए शिकायत दी थी। अशोक कुमार ने प्राधिकरण को दी गई शिकायत में कहा था कि जब उन्होंने इस समस्या से एफसीआई अस्कोट को अवगत कराया तो उन्होंने जवाब दिया कि इस मामले की शिकायत उनसे करने का कोई आचित्य नहीं है। इसकी शिकायत उन्हें जिलाधिकारी,एसडीएम और एसडीओ से करनी चाहिए। अशोक कुमार ने प्राधिकरण के सामने मामला रखते हुए मांग की थी कि जिन ग्रामीणों के राशन में कटौती की गई है, उन्हें राशन उपलब्ध कराया जाए, साथ ही पचास पैसे प्रति किलोग्राम की दर से काटा गया मालभाड़ा भी ग्रामीणों को वापस कराया जाए।

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प्राधिकरण ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली पुलिस को केस रेफर कर दिया था। कल पिथौरागढ़ कोतवाली में इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी गई।
आज शाम सत्यमेव जयते.कॉम ने मामले की प्रगति जानने के लिए शिकायतकर्ता अशोक कुमार से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि आज ही प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला जज शिविर में उनके गांव पहुंचे थे। यहां एफसीआई को भी बुलाया गया था।

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मामले की सुनवाई के प्राधिकरण ने समस्या का निराकरण कर दिया। प्राधिकरण ने कहा कि सरकारी राशन विक्रेताओं को मालभाड़ा उपभोक्ता से लेने का अधिकार नहीं है। इसलिए वह ऐसा न करे। इसके अलावा राशन में कटौती के भी प्राधिकरण ने नाजायज बताया। एफसीआई को निर्देशित किया गया कि वे दुकानों के संचालकों पर नजर रखे। ताकि किसी उपभोक्ता के साथ अन्याय न हो सके।

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