संयम बरर्ते…#हल्द्वानी : सीएम धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेकर लोगों को बंधाया ढाढस, काठगोदाम में लोगों की समस्याएं सुनीं

हल्द्वानी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी ने आपदा में क्षतिग्रस्त गौला पुल का देर सांय स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौसम साफ होते ही जल्द पुल की मरम्मत का कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।

उन्होंने कहा आपदा प्रभावितों को सरकार हर सम्भव मदद करेगी। उन्होंने कहा आपदा में मृतक परिजनों को 4 लाख की राहत धनराशि दी जायेगी। साथ ही भवन क्षति पशु क्षति आदि पर भी मानकों के अनुरूप शीघ्र सहायता राशि दी जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य सरकार को हर मदद का भरोसा दिलाया है। उन्होंनेे कहा वायु सेना के हैलीकाप्टर भी रैस्क्यू के लिए भेज दिये हैं। जो पर्यटक मार्ग अवरुद्ध होने से रास्तों मे फंसे हैं, उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि आपदा की घड़ी में सभी संयम बरतें कुछ ही समय में परिस्थितियां में सुधार लाया जायेगा। सुबह काठगोदाम सर्किट हाउस में क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को सुना।
इसके उपरांत मुख्यमंत्री धामी ने सर्किट हाउस में मंडल मेें आपदा स्थिति की विस्तृत जानकारियां उच्च अधिकारियों से ली। उन्होंने निर्देश दिये कि मृतकों का पोस्टमार्टम वहीं पर करें तथा मृतक आश्रितों को तत्काल मुआवजा दिया जाए।

इसके लिए जिलाधिकारी को धनराशि उपलब्ध करा दी है। उन्होंने कहा आपदा राहत बचाव के लिए हैलीकाप्टर की जरूरत हो तो तुरंत लगाये जाएं। उन्होंने कहा अधिकारी राहत- बचाव कार्य युद्ध स्तर पर करें, घर का काम समझ कर करें, सभी जनता व जनप्रतिनिधियों एवं स्वयं सेवकों का भी सहयोग भी लिया जाए।

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मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पहाडी क्षेत्र कुमाऊ का आपदा कन्ट्रोल रूम हल्द्वानी मे बनाया जाए तथा उधमसिह नगर का कन्ट्रोल रूम उधमसिह नगर मे बनाया जाए। दोनों कन्ट्रोल रूम चौबीस घंटे संचालित किये जांए तथा इनमे कर्मचारियों के साथ ही नोडल अधिकारी तैनात किये जांए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सडकें टूटने व मलूवा आने से सड़कें अवरुद्ध हैं, जिससे क्षेत्रीय जनता व पर्यटक मार्गों मे फंसे हैं।

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उन्होंने बंद सड़क मार्ग खोलने हेतु आज से ही अधिक से अधिक जेसीबी, पोकलैण्ड मशीनें लगाकर सडकें सुचारू करने के निर्देश देते हुये फंसे पर्यटकों व जनता को निकालने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आपदा क्षेत्रों में राशन की कतई कमी ना हो तथा मार्गाे व आपदा बाढ क्षेत्रों मे पकापकाया भोजन व्यवस्था के साथ ही पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, धन की कोई कमी नहीं है।

उन्होंने आपदा दौरान ध्वस्त विद्युत, पेयजल लाइनें भी शीघ्र मरम्मत कर सुचारू करने के निर्देश दिये ताकि जनता को अनावश्यक परेशानियों का सामना ना करना पड़े।


मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में क्षतिग्रस्त नुकसान का शीघ्र आंकलन करें तथा आपदा मे ध्वस्त कार्यों को तुरन्त प्रारम्भ करें साथ ही उन्होेंने कहा कि आपदा कार्यों के​ लिए क्वारी भी तुरंत स्वीकृत की जाए। आयुक्त सुशील कुमार व डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे ने बताया कि आपदा राहत बचाव के लिए आपदा क्षेत्रों मे राजस्व, पुलिस के साथ ही एडीआरएफ, एनडीआरएफ व सेना भी लगाई गई है। आयुक्त ने बताया कि नैनीताल शहर जाने हेतु सभी सडकें बन्द हो गई थी। नैनीताल-कालाढूगी सडक मार्ग खोल दिया गया है।

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जबकि हल्द्वानी-ज्योलीकोटी-नैनीताल, नैनीताल-भवाली सडक मार्ग देर रात तक खोल दिया जायेगा। मुख्यमंत्री धामी ने सड़क मार्ग खोलने मे लगे जेसीबी चालक से फोन पर वार्ता भी की।
बैठक में कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, धनसिह रावत, विधायक नवीन दुम्का, महापौर डा0 जोगेन्द्र सिह रौतेला, जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश रावत, उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग मजहर नईम नवाब,अनिल कपूर डब्बू, प्रकाश हर्बोला,धू्रव रौतेला, शंकर कोरंगा, चन्दन बिष्ट सहित डीजीपी अशोक कुमार,अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी मौजूद थे।

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