सितारगंज…मसाज पार्लर या देह व्यापार का अड्डा: हल्द्वानी निवासी संचालक ने हल्द्वानी की विधवा महिला को भी उतार दिया था धंधे में, यहां के हैं पकड़े गए शेष युवक व संचालिका
नारायण सिंह रावत
सितारगंज। यहां के एक मसाज पार्लर में चल रहे देह व्यापार के अड्डे से पकड़ा गया पार्लर संचालक युवक व जिस्म फरोशी के धंधे में फंसी युवती हल्द्वानी के रहने वाले हैं। जबकि दो युवक सितारगंज के और कमरे में आपत्तिजनक हालात में पकड़ा गया 23 वर्षीय युवक नानकमत्ता का रहने वाला है।
पार्लर की गुरूग्राम निवासी 25 वर्षीय संचालिका भी पुलिस की पकड़ में है। हल्द्वानी निवासी महिला को पुलिस ने तुरंत ही अपने संरक्षण में ले लिया।
मिल रही जानकारी के अनुसार जब पुलिसकी टीम के साथ ह्यूमन ट्रेफिकिंग सेल ने सिटी मार्ट की तीसरी मंजिल पर चल रहे रायल स्पा मसाज पार्लर पर छापा मारा तो पुलिस को देेखते ही मुख्य द्वारा से भागने का प्रयास कर रहे दो युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया था।
बाद में इन युवकों ने अपने नाम व पते भ्ज्ञी पुलिस को बताए। इनमें से एक का नाम सचिन पांडेय है। 26 वर्षीय यह युवक सितारगंज के चिंती मझरा गांव का रहने वाला है। जबकि दूसरे युवक ने अपना नाम अजय कुमार बताया। यह 26 वर्षीय युवक सितारगंज के ही बरूआबाग झाड़ी का रहने वाला है।
काउंटर पर एक लड़की के साथ बैठकर मोबाइल पर कुछ कर रहे युवक ने अपने आप को संचालक बताया जबकि युवती ने स्वयं को पार्लर की संचालिका बताया।
युवक ने अपना नाम विपिन श्रीवास्तव बताया। उसके अनुसार वह हल्द्वानी के बरेली रोड स्थित पुरानी आईटीआई का रहने वाला है। वर्तमाान में वह सितार होटल से आगे, जिम के सामने सितारगंज में रहता है। स्वयं को पार्लर की संचालिका बताने वाली 25 वर्षीय युवती ने खुद को गुरूग्राम निवासी बताया जबकि अपना वर्तमान पता उसने भी वही बताया जो विपिन ने बताया।
बाद में टीम ने पार्लर के कमरों की तलाशी ली तो एक कमरे में आपत्तिजनक स्थिति में एक युवक युवती मिले। उन्हें कपड़े पहनिा कर पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो युवती ने बताया कि वह हल्द्वानी के काठगोदाम थाना क्षेत्र की रहने वाली है। उसने बताया कि उसके पति की मौत हो चुकी है और उसका एक दिव्यांग बेटा है।
आर्थिक रूप से परेशान 23वर्षीय यह महिला रोजगार की तलाश में विपिन श्रीवास्तव के चंगुल में जा फंसी उसने उसे अपने पार्लर में सितारगंज बुलाया और गुरूग्राम निवासी संचालिका से मिलवाया। तब संचालिका ने उससे कहा था कि उसे कम समय में ज्यादा पैसे कमाने हें तो उनके साथ काम करना होगा।
वह तकरीबन एक माह से पार्लर में काम कर रही है। पार्लर संचालकों ने उसका नाम भी बदल दिया था। उसकी फोटोज पार्लर संचालकों ने कई ग्राहकों को व्हाट्सअप पर भेजे थे। इसके सबूत भी पुलिस को विपिन सचदेवा के मोबाइल फोन से मिल गए।
पुलिस ने उसे अपने संरक्षण में ले लिया। उसके साथ कमरे में पकड़े गए युवक ने पुलिस को अपना नाम परविंदर सिंह बताया। 27 साल का यह युवक नानकमत्ता के मोहम्मदगंज का रहने वाला है।
पार्लर के कस्टमर एंट्री रजिस्टर में 27 जुलाई के बाद किसी भी ग्राहक की जानकारी नहीं भरी गई है। जबकि छापा 29 जुलाई को पड़ा।