राजनीति…#हरिद्वार : कुर्सी एक, अध्यक्ष दो, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के संतों में घमासान
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष की कुर्सी के लिए संतों में घमासान मचा हुआ है। कुर्सी एक और अध्यक्ष दो।
अखाड़ा परिषद संतों की सर्वोच्च संस्था है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि के निधन के बाद संतों की कुर्सी खेल सार्वजनिक हो गया है।
कुल 13 अखाड़ों में सात अखाड़ों ने 21 अक्तूबर को महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी को अध्यक्ष एवं बैरागी अखाड़े के राजेंद्र दास को महामंत्री चुन लिया। इन सात अखाड़ों में शामिल निर्मल अखाड़े में भी दो फाड़ हुए और महंत रेशम सिंह और उनके संतों ने परिषद की मौजूदा कार्यकारिणी को समर्थन दे दिया।
सोमवार को प्रयागराज में निर्मल अखाड़े के रेशम सिंह गुट समेत सात अखाड़ों के संतों ने मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं श्री निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी को परिषद का अध्यक्ष चुन लिया, जबकि बैरागी अखाड़े के श्रीमहंत मदनमोहन दास ने पत्र भेजकर समर्थन दे दिया।
अब श्री निरंजनी अखाड़े के सचिव को कुल आठ अखाड़ों के संतों का समर्थन मिल गया। अखाड़ा परिषद के दोनों ही गुट अखाड़ों के संतों को अपने अपने पक्ष में करने के लिए दाव खेलने लगे हैं। कल 27 अक्तूबर को मनसा देवी ट्रस्ट अध्यक्ष और अखाड़ा परिषद के नवनियुक्त अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी हरिद्वार पहुंचेंगे।
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