अब जागे जयराम @ हिमाचल : इधर अकेले हिमाचल बचा है जहां कोरोना पर अंकुश नहीं, आप अब लगा रहे पाबंदियां, अब तक छूट के पीछे क्या था ‘अनुराग’

तेजपाल नेगी

शिमला। हिमाचल पूरे उत्तर भारत का ऐसा राज्य है जहां कोरोना पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। कल ही राज्य में 230 नए मरीज सामने आए और चार लोगों ने कोरोना महामारी से जिंदगी की जंग हारी। सके बावजूद यदि सीएम जयराम के सिपाहसालार ‘आल इज वेल’ का राग अलाप रहे हैं तो यह इसे उनका मानसिक दिवालियापन ही कहा जाएगा। नजदीकी उत्तराखंड में मंगलवार 6 जिलों में कोरोना के सिर्फ 15 मरीज ही सामने आए। वहां सात जिलों में एक भी मरीज ढूंढे नहीं मिला। और प्रदेश में किसी की मौत भी नहीं हुई, इसके बावजूद उत्तराखंड में एक दिन पहले ही कोरोना कर्फ्यू एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया। जिस पचास फीसदी क्षमता वाले सूत्र को जयराम कैबिनेट ने कल की बैठक में पास किया वह उत्तराखंड में कई महीनों से चल रहा है। अब यह तो जय जानें या श्री राम कि इस नए आदेश को देरी से लागू करने के पीछे उनका क्या ‘अनुराग’ था।


जो भी हो हिमाचल में कोरोना को लेकर सरकारी असमंजस जनता की जान और स्वास्थ्य दोनों से खिलवाड़ साबित हो रहा है। पर्यटन व्यवसाय से नागरिकों की जान की कीमत पर मोह प्रदेश को भारी पड़ रहा है। कल ही सीएम की कैबिनेट ने तय किया है कि डिग्री कॉलेजों में एक सितंबर से नियमित कक्षाएं लगेंगी। अलबत्ता अब पांच सितंबर तक विद्यार्थियों के लिए सभी स्कूल बंद रहेंगे। सरकार ने चार सितंबर तक स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है। पांच सितंबर को रविवार का अवकाश है। इस दौरान स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। यहां तक तो ठीक है लेकिन हिमाचल प्रदेश में बीते तीन दिन से कोरोना से मरने वालों के ग्राफ में बढ़ोतरी हुई है। प्रदेश में रविवार को छह, सोमवार  पांच और मंगलवार को चार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है।

यह भी पढ़ें 👉  सोलन और बिलासपुर ने पुलिस ने मिलकर पकड़ा कुत्तों को पुलिस के पीछे छोड़ने वाला चिट्टा तस्कर, गौशाला में छिपा बैठा मिला

महामारी @ देहरादून : उत्तराखंड के 7 जिलों में एक भी रोगी नहीं मिला, 6 जिलों में 15 नए केस, कोई मौत नहीं,17 की घर वापसी, ब्लैक फंगस का यह रहा आज हाल

मंगलवार को 230 नए मामलों के साथ प्रदेश में कोरोना सक्रिय मामलों की 2054 पहुंच गए हैं। इसमें मंडी में 455, कांगड़ा में 380, चंबा में 313, शिमला में 261, हमीरपुर में 221, बिलासपुर में 153, सोलन में 46, लाहौल-स्पीति में 40, किन्नौर में 34, ऊना में 19 और सिरमौर में 14 मामले शामिल हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा 3562 पहुंच गया है।

भाजपा का क्राइसेस @ हल्द्वानी : कांग्रेस का ‘माई बाप कांड’ लोग भूले भी नहीं थे कि भाजपा में शुरू हो गया ‘दमुवाढूंगा स्यापा’, और लोग भी छोड़ सकते हैं पद — पार्टी सूत्र


गजब की बात तो यह है कि इतना होने पर भी कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर हिमाचल प्रदेश में बंदिशें बढ़ाने पर मंत्री एक सुर नहीं साध सके। स्वास्थ्य विभाग की प्रस्तुति के बाद कैबिनेट की बैठक में मंत्रियों ने कोरोना की स्थिति को सामान्य बताया। हालांकि, मौतों का आंकड़ा बढ़ने पर कैबिनेट ने चिंता व्यक्त की है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बढ़ते मामलों को लेकर पहले ही बंदिशें बढ़ाने के संकेत दिए थे। उनका कहना था कि प्रदेश में सैलानियों के आगमन से कोरोना नहीं फैल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र जहां सैलानी नहीं गए हैं, वहां भी कोरोना के मामले आए हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने अपनी प्रस्तुति में कहा कि प्रदेश में सक्रिय मामलों का आंकड़ा दो हजार पार हो गया है। प्रदेश में हर रोज तकरीबन तीन सौ नए कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। बीते दो दिनों से हिमाचल में 11 लोगों की मौत हो रही हैं।

यह भी पढ़ें 👉  सोलन ब्रेकिंग : चायल की किशोरी को शादी का झांसा देकर राजगढ़ के युवक ने बनाया गर्भवती, बाद में मुकर गया, निराश लड़की ने पीया फिनाइल, आरोपी अरेस्ट

आंदोलन @ नालागढ़ : एचआरटीसी के पीसमील कर्मचारियों की हड़ताल 7वें दिन भी जारी, कोई नहीं आया हड़ताली कर्मचारियों की सुनने, आक्रोश


इस प्रजेंटेशन के बाद फैसला लिया गया कि शिक्षकों और गैर शिक्षकों का स्कूलों में आना अनिवार्य रहेगा। नौवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की चार सितंबर को फर्स्ट टर्म परीक्षा ऑनलाइन होगी। एक या दो सितंबर को दोबारा प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में कोरोना संक्रमण के मामलों की समीक्षा करने के बाद स्कूलों को विद्यार्थियों के लिए खोलने का आगामी फैसला लिया जाएगा।  प्रदेश में कोरोना मामले बढ़ने के चलते इंडोर और आउटडोर में होने वाले सभी सामाजिक, शैक्षणिक, मनोरंजन, सांस्कृतिक, राजनीतिक, धार्मिक व अन्य तरह के समारोह व कार्यक्रमों में अब कुल क्षमता के 50 फीसदी लोग ही शामिल हो सकेंगे। सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। यह जयराम सरकार का देरी से उठाया गया सही कदम था।

सर्पदंश @ नालागढ़: बागबानिया में एक फैक्ट्री में सांप ने महिलाकर्मी को डसा, मौत

यह भी पढ़ें 👉  सावधान : सोलन में चिकित्सकों के फर्जी प्रिस्क्रिप्शन के सहारे भी हो सकती है प्रतिबंधित दवाओं की खरीददारी

अब इस देरी के पीछे जयराम का क्या ‘अनुराग’ रहा होगा यह तो वे ही जानें लेकिन हिमाचल के अखबारों ने भी इस बात की तस्दीक की है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अनुराग ठाकुर की जन आशीर्वाद यात्रा बीते पांच दिनों में चारों संसदीय क्षेत्रों के साथ 38 विस क्षेत्रों से होकर गुजरी। अनुराग ने कहा कि इस दौरान उन्होंने 623 किमी का सफर किया और जगह-जगह लोगों का भरपूर आशीर्वाद उन्हें मिला। यह यात्रा 23 अगस्त तक होनी थी, लेकिन 24 अगस्त को यह ऊना में प्रवेश हुई। ऊना में प्रवेश के बाद लोगों ने जगह-जगह अनुराग ठाकुर का स्वागत किया।

धिक्कार है @ हल्द्वानी : आपात सेवा को फोन नहीं मिला, धरती के भगवान आए नहीं, पुलिस कहती रही 108 बुलाओ और जमीन पर पड़ा जीवन मर गया

सुबह के साढ़े तीन बजे भी अनुराग ठाकुर ने रैली कीं। उनका लठियाणी में शाम 4:15 बजे कार्यक्रम था, लेकिन वह यहां रात 8:45 बजे पहुंचे। ऊना में उनका कार्यक्रम 6:15 बजे का था, लेकिन यहां वह रात 12 बजे पहुंचे। उधर, इससे पहले अनुराग ने हमीरपुर में रात 11:30 बजे भी प्रेस वार्ता की। यहां बच्चों-बुजुर्गों और पार्टी के पुराने कार्यकर्ताओं से मिले।  मैहतपुर में रात 8 बजे से पहुंचे कार्यकर्ता बेसब्री से रात 3 बजे तक इंतजार में रुके रहे। रैली में जमकर लोगों की भीड़ जुटीं। संभवत: तभी जयराम के मंत्री कह रहे होंगे कि ‘पर्यटकों के आने से कोरोना नहीं फैल रहा।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *