अल्मोड़ा—- पूर्व दर्जा मंत्री कर्नाटक के कैंप कार्यालय में आयोजित काफल पार्टी, में उमड़े सैकड़ों लोग

अल्मोड़ा- पहाड़ी अंचल के उत्पादों,पहाड़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक के कैंप कार्यालय में काफल पार्टी का आयोजन किया गया इस काफल पार्टी में सैकड़ों लोगों ने काफल व खुमानी, आडू, नाशपाती पुलम सहित बुरांश के जूस का आनंद लिया। लोगों ने कहा कि अल्मोड़े में पहली बार ऐसा आयोजन हुआ। जहां पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ-साथ एक ही स्थान पर काफल खुमानी आडू नाशपाती जी भर के खाने को मिले।

यहां बताते चलें कि कर्नाटक पूर्व में भी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ मिलकर पहाड़ी उत्पादों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार इस तरह के कार्यक्रमो का आयोजन जिनमें कांफल पार्टी,आम पार्टी,ककड़ी पार्टी,आडू पार्टी आदि शामिल है देश के विभिन्न स्थानों में कर चुके हैं। इस अवसर पर कर्नाटक ने कहा कि हमारी पहाड़ी संस्कृति और पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के आयोजनों की नितान्त आवश्यकता है। इस तरीके के कार्यक्रमों से जहां हमारी पहाड़ी संस्कृति की झलक दूर दूर तक जाएगी, वही इन उत्पादों का व्यापक प्रचार-प्रसार होने से हमारे काश्तकारों को भी इसका लाभ मिलेगा जो आज पहाड़ की एक बहुत बड़ी समस्या पलायन रोकने में भी अपना अहम योगदान देगा। श्री कर्नाटक के कैंप कार्यालय में आज आयोजित इस कांफल पार्टी में मोना मुक्तेश्वर से आडू, नासपाती, खुमानी,लमगड़ा विकास खंड से रसीले कांफल एवम पहाड़ी बुरांस का जूस लोगो को परोसा गया।

इस अवसर पर कर्नाटक ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से हमारे पहाड़ी उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा जिसका सीधा लाभ हमारे कास्तकार भाइयों को मिलेगा जो कि मिलना भी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आज पर्वतीय जिलों से बहुतायत में पहाड़ी फल खुमानी,आडू,नासपाती जैसे फलों को बाजार उपलब्ध है लेकिन इसका फायदा इन फलों को पैदा करने वाले कस्तकारो को न मिलकर बिचौलियों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वे इसके लिए प्रयासरत रहेंगे कि पहाड़ी इलाकों के कास्तकारों को उनकी मेहनत का पूरा फायदा मिले। श्री कर्नाटक ने कहा कि आने वाले समय यदि वे अपने प्रयासों में सफल होते है और जनता का उन्हे आशीर्वाद मिलता है तो उनकी प्राथमिकता होगी कि अल्मोड़ा के कास्तकारो को अल्मोड़ा में ही मंडी उपलब्ध कराई जाए जिससे कि उन्हें उनकी मेहनत का पूरा दाम मिल सके।आने वाले समय में पहाड़ी खाद्यान्न जैसे मडूवे, झिंगोरे, गडेरी, पिनालू, भट्ट के व्यापक प्रचार प्रसार के लिए कर्नाटक के द्वारा पहाड़ी व्यंजन पार्टी भी आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि कांफल हमारी पहाड़ी संस्कृति को प्रदर्शित करता है। राज्य सरकार को भी हमारी पहाड़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के आयोजन करने चाहिए।

इस अवसर पर देवेंद्र कर्नाटक,राजीव कर्नाटक,कमलेश कर्नाटक,भुबन चन्द्र कर्नाटक,बद्री प्रसाद कर्नाटक,रमेश चंद्र जोशी,दीपांशु पांडे,लीलाधर काण्डपाल, जगदीश चन्द्र तिवारी,रोहित शैली,गौरव अवस्थी,राकेश बिष्ट,अशोक सिंह, अधिवक्ता कवींद्र पंत, सेवानिवृत्त अधिशासी अभियंता शाहबुद्दीन, नूर खान,भूपेन्द्र सिंह भोजक,दीपक पोखरिया ,उमेश रैक्वाल,असलम खान, गोपाल सिंह चम्याल,प्रकाश मेहता, जितेन्द्र काण्डपाल,मोहन कनवाल,राहुल कनवाल,अजय विष्ट,हिमांशु पवार,विपिन जोशी,कंचन पांडे,आशा मेहता, हर्षिता तिवारी,हिमांशी अधिकारी, कविता पांडे,रेखा जोशी,डा.विद्या कर्नाटक,खष्टी गोस्वामी, मुकेश लटवाल, सन्तोष जोशी,दीक्षा सुयाल ,सुधीर,मनोज कुमार,गौरव काण्डपाल सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

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