अल्मोड़ा—- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा डीनापानी में आयोजित जागरूकता शिविर में महिलाओं को दी गई महत्वपूर्ण विधिक जानकारी
अल्मोड़ा – उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के निर्देशन एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा के मार्गदर्शन में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शचि शर्मा द्वारा आज हिमाद्री हंस हैण्डलूम सेन्टर डीनापानी, अल्मोड़ा में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने इस शिविर में उपस्थित लोगों को ऐसिड अटैक, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005, कर्मकार प्रतिकर अधिनियम व अन्य श्रम कानूनों के प्रावधानों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने पोक्सो एक्ट के प्रावधान एवं महिलाओं से सम्बन्धित संविधानिक प्रावधान, नालसा (नशीली दवाओं के दुरूपयोग और नशीली दवाओं के खतरे से पीड़ितों के लिए कानूनी सेवाए) योजना 2015 नालसा एवं सामाजिक, मानसिक और शारीरिक संकट पैदा करने वाली नशीले पदार्थों के दुष्प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने उपस्थित लोगों से अपील कि यदि वह किसी भी व्यक्ति के साथ कोई भी अपराध होते हुए देखें तो अविलम्ब पुलिस को सूचित करें ताकि अपराध को जड़ से मिटाया जा सके।
शिविर में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुए यह भी बताया कि 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस है और वे अधिक से अधिक छायादार व फलदार वृक्ष लगायें साथ ही पौधों की देखभाल करने हेतु भी प्रेरित किया। शिविर में उपस्थित लोगों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रदान की जा रही निःशुल्क विधिक सेवाओं के विषय में भी बताया गया तथा उनकी समस्याओं का भी समाधान किया।
शिविर में पुलिस विभाग के नारकोटिक्स, साईबर एक्सपर्ट सुनिल धानिक द्वारा लोगों को साईबर अपराध के विभिन्न प्रकार के बारे में व साईबर अपराध के रोकथाम हेतु विस्तृत जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि साईबर अपराध कई प्रकार के होते है जिनमें हैकिंग, फिशिंग है। उन्होंने बताया कि शिकायत जितनी जल्द होगी, अपराधी के पकड़े जाने की सम्भावना उतनी अधिक होगी। उन्होंने उपस्थित लोगों को बताया कि मोबाईल में एप इंस्टाल करने पर कम से कम व्यक्तिगत जानकारी शेयर करें। इस शिविर में उपस्थित लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए शपथ भी दिलायी गयी।