अल्मोड़ा मेडिकल कालेज की लचर स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

अल्मोड़ा- उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने अल्मोड़ा मेडिकल कालेज की लचर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर मेडिकल कालेज के प्राचार्य का दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ घेराव किया।

 उन्होंने कहा कि प्रसूति विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं के प्रसव में की जा रही हील हवाली अब बर्दाश्त से बाहर है।मेडिकल कालेज प्रारम्भ होने के बाद भी यहां से गर्भवती महिलाओं को हल्द्वानी रेफर किया जा रहा है जो स्पष्ट तौर पर मेडिकल कालेज और खासकर मेडिकल कालेज के प्रसूति विभाग की लापरवाही का नतीजा है और प्रदेश सरकार के मुंह पर भी करारा तमाचा है। उन्होंने कहा कि विगत दो माह पूर्व टाटिक में हुई कार दुर्घटना के गंभीर रूप से घायल बच्चों को हल्द्वानी ले जाने के लिए भी मेडिकल कालेज के पास सही हालत में एम्बुलेंस तक नहीं थी।जो एम्बुलेंस घंटों बाद आयी भी उसे धक्का लगाकर स्टार्ट करना पड़ा। उन्होंने कहा कि विगत दिवस ग्राम अधार मटेला की इंदु मनराल पत्नी महेन्द्र सिंह मनराल को प्रसव के लिए अल्मोड़ा लाया जा रहा था। परन्तु मेडिकल कालेज प्रशासन की अनदेखी पर वहां के ग्राम प्रधान गौरव काण्डपाल ने उन्हें फोन किया जिसपर तत्काल उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी और मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य को फोन किया।

 कर्नाटक ने कहा कि महिला की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए उन्होंने मेडिकल कालेज के प्रसूति विभाग की चिकित्सक से भी बात की जिनका व्यवहार एकदम खराब था।जब इन्दु नाम की गर्भवती महिला प्रसव कराने मेडिकल कालेज पहुंची जहां के प्रसूति विभाग ने लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण देते हुए महिला को हल्द्वानी रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज की जिस एम्बुलेंस में महिला को ले जाया गया वो एम्बुलेंस अल्मोड़ा की सीमा तक पार ना कर पाई और होटल मैनेजमेंट के पास बन्द हो गयी। कर्नाटक ने बताया कि उनके द्वारा जब मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य और मुख्य चिकित्साधिकारी को इसकी सूचना देकर अविलम्ब मेडिकल कालेज में महिला का प्रसव कराने की मांग की गयी तो आनन फानन में मेडिकल कालेज द्वारा मेडिकल कालेज में ही महिला का प्रसव कराना पड़ा।जो अपने आप में सोचनीय विषय है। उन्होंने कहा कि इससे मेडिकल कालेज के प्रसूति विभाग की स्पष्ट पोल खुलती हैं कि प्रसूति विभाग काम करना है नहीं चाहता और सीधे महिलाओं को अन्यत्र रेफर कर रहा है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज में जीवनदायिनी एम्बुलेंस तक नहीं हैं जो कभी भी किसी गंभीर परिस्थिति में अल्मोड़ा की जनता के लिए मौत का सबब बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और जनप्रतिनिधि खामोश हैं जिसका खामियाजा अल्मोड़ा की जनता भुगत रही है। 

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