नालागढ़…बिग प्रॉब्लम:राज- कुहल ने धारण किया सीवरेज के गंदे नाले का रूप,लोगों ने दी चेतावनी अगर जल्द ही नहीं करवाई गई राजकुहल की सफाई तो करेंगे धरना प्रदर्शन
नालागढ़ (गुरदयाल दयाली)।प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में सैकड़ों बीघा जमीन पर सिंचाई के चलते वर्षों पहले किशनपुरा से लेकर राजपुरा तक एक राजकुहल का निर्माण करवाया गया था लेकिन जैसे-जैसे वक्त बदलता गया वैसे-वैसे इस राजकुहल ने भी अब सीवरेज के गंदे नाले का रूप धारण कर रखा है ।
आपको बता दें कि क्षेत्र में औद्योगिकरण हुआ और फैक्ट्रियों द्वारा इस राजकुहल में अपना केमिकल युक्त जहरीला पानी खुलेआम छोड़ दिया है और स्थानीय लोगों द्वारा भी अपने घरों का सीवरेज का गंदा पानी भी इसी राजकुहल में छोड़ा गया है और अब यह राजकुहल एक सीवरेज का गंदा नाला बन कर रह गई है जिसके चलते इस राजकुहल के आसपास रहने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
जो भी लोग इस राज कुहल के आसपास रहते हैं उनका सांस लेना भी दुर्लभ हो चुका है और इस राजकुहल में केमिकल युक्त जहरीले पानी के कारण लोगों के घरों में मक्खी मच्छरों का अंबार लगा हुआ है और इसी के चलते लोग नर्क की जिंदगी जीने को मजबूर है खेड़ा गांव के लोग भी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहें हैं।
लोगों ने इस बारे में कई बार शिकायतें की लेकिन ना तो सरकार ने इनकी और ध्यान दिया और ना ही स्थानीय प्रशासन और ना ही आईपीएच विभाग द्वारा इसकी कभी सफाई करवाई गई है। आपको बता दें कि खेड़ा गांव में लोगों ने एकत्रित होकर इस राजकुहल की सफाई को लेकर प्रदेश सरकार व बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अपना रोष प्रदर्शन जताया है।
एक बार फिर क्षेत्र के लोगों ने एकत्रित होकर जग सेवा ऑर्गेनाइजेशन के प्रदेशाध्यक्ष जगपाल सिंह राणा की अगुवाई में सीएम जयराम ठाकुर को एक ज्ञापन लिखा है और ज्ञापन के माध्यम से इस राजकुहल की किशनपुरा से लेकर राजपुरा तक पूर्ण तौर पर जहां सफाई करवाने की मांग उठाई है ।
वही प्रशासन और सरकार को चेतावनी देकर कहा है कि अगर 1 सप्ताह के भीतर भीतर इस राजकुहुल की सफाई सही ढंग से नहीं करवाई गई तो वह एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे लोगों ने कहा है कि अगर फिर भी प्रशासन और सरकार की नींद नहीं खुली तो खेड़ा गांव में ही वह भूख हड़ताल कर अपना रोष प्रदर्शन करेगें।
आपको बता दें कि केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छ भारत अभियान पर अरबों रुपए खर्च कर रही है लेकिन इनका असर प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में दिखाई नहीं दे रहा है और इसकी पोल वर्षों पहले बनाई गई सिंचाई की योजना के तहत राज कुहल खोल खोल रही है जिसमें फैक्ट्रियों और लोगों द्वारा सीवरेज का गंदा पानी और केमिकल युक्त जहरीला पानी सरेआम छोड़ा जा रहा है।
और इस राज कुहल के आसपास के लोग नर्क की जिंदगी जीने को मजबूर है बीमारी फैलने का भी अंदेशा बना हुआ है अब देखना यही होगा कि कब सरकार और प्रशासन गहरी नींद से जागते हैं और कब इस राजकुहल की सफाई होती है और कब लोगों को आ रही परेशानियों से निजात मिलती है।