भीमताल न्यूज : झूठे आरोपों की आड़ में उत्तराखंड में अपनी नाकामयाबी छिपा गए पीएम मोदी : मनोज शर्मा
भीमताल। विधानसभा से कांग्रेस नेता मनोज शर्मा ने बयान जारी कर रुद्रपुर रैली में पीएम द्वारा लगाए गये सभी आरोपों को झूठ का पुलिंदा बताया है ।
मनोज शर्मा ने कहा कि रुद्रपुर रैली में पीएम मोदी द्वारा राहुल गांधी व कांग्रेस पर जो आरोप लगाए हैं वे झूठ का पुलिंदा हैं इसके अलावा कुछ नहीं । प्रधानमंत्री के आरोपों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि धर्म और सम्प्रदाय के नाम पर देश को बांटने वाले मोदी, राहुल गांधी जिन्होनें नफरतों के खिलाफ दस हजार किलोमीटर पैदल चल कर भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से देश के लोगों को प्यार, मोहब्बत व एकता का संदेश दिया। उन पर देश में नफरत फैलाने वालों के बयान हास्यास्पद है ।
मनोज शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड की सीमाएं पाकिस्तान से नहीं चीन से मिलती है। चमोली में भाजपा के राज में चीन घुसपैठ की कोशिश करता है औऱ मोदी चीन का ची बोलने से भी घबराते हैं । उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सैन्य बाहुल्य प्रदेश होने के बाद भी यहांं के युवाओं के साथ अग्निपथ योजना ला कर इस सरकार ने सबसे बड़ा विश्वासघात किया है । जिससे पहाड़ के युवाओं का देश की सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का सपना कमजोर हुआ है ।
मनोज शर्मा ने कहा कि सन्देशखाली पर रुदन करने वाले मोदी ने अंकिता भंडारी हत्याकांड पर सहानुभूति के दो शब्द उनके परिवार के लिये नहीं कहे, क्योंकि अंकिता की हत्या के पीछे का बड़ा कारण वो वीवीआईपी है, जिसे भाजपा सरकार बचा रही है ।
सिलक्यारा हादसा घोटाले के कारण हुआ अनियमितता वजह से हुआ। परन्तु जो कम्पनी उस टनल को बना रही थी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई । क्योंकि उस कम्पनी ने भाजपा के करोड़ों रुपये का इलेक्ट्रोल बांड खरीद कर भाजपा को चंदा देने का काम किया है । मनोज शर्मा ने कहा कि 2014 और 2019 में उत्तराखंड की जनता मोदी की चिकनी चुपड़ी बातों में आ गई थी किन्तु इस बार उत्तराखंड कि जनता मोदी से सवाल कर रही है कि मोदी जी जमरानी बांध निर्माण का क्या हुआ। 10 साल में भी स्थिति अखबारों के अलावा धरातल में जस की तस है ।
उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने प्रत्याशियों को दूसरी बार या तीसरी बार प्रत्याशी बनाया है उनके द्वारा जनता के लिये कार्यो का लेखा जोखा जनता के सामने रखें, युवाओं के रोजगार का क्या हुआ , मंहगाई जो विभीषिका बना चुकी है, क्या हुआ, किसानों की समस्याओं के समाधान का क्या हुआ।