सोलन ब्रेकिंग : पीएम ऑफिस का अधिकारी, या इनकम टैक्स का डिप्टी कमिश्नर या फिर ईडी का डिप्टी डायरेक्टर, सभी पद थे उसके पास, लेकिन पुलिस ने पहुंचा दिया सलाखों के पीछे

सोलन। कसौली पुलिस ने यहां के मशोबरा गांव निवासी एक ऐसे शातिर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। जिसने कसौली के एक को प्रधानमंत्री कार्यालय में कम कराने का लालच देकर  उनसे लाखों रुपये ठग लिए। यह चालबाज अब तक कई लोगों को एक करोड़ से अधिक का चूना लगा चुका है। यहीं नहीं उसने स्वयं को प्रवर्तन निदेशालय में डिप्टी डायरेक्टर बताते हुए फर्जी सेलरी स्लिप के माध्यम से देना बैंक से गाड़ी का लोन भी हासिल कर लिया था। पुलिस ने उसे आज अदालत में पेश करके दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है।  

सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मार्च माह में कसौली पुलिस को एक शिकायती पत्र प्राप्त हुआ था । इस पत्र में दिल्ली निवासी अमन मेहता व गिवर्ने इनोवेक्स प्राइवेट लिमिटेड इंडिया अध्यक्ष कश्मीरी लाल  ने बताया था कि प्रधानमन्त्री कार्यालय के कुछ अधिकारियों के अधिकारिक लेटर हैड से पत्र जारी करके व जाली हस्ताक्षर  करके गिवर्ने इनोवेक्स प्राइवेट लिमिटेड इंडिया  कम्पनी प्रबन्धन से कम्पनी को फायदा पहुंचाने व संचालन के नाम पर लाखों रुपये ऐंठ लिये।  जब उन्होंने पता किया तो जानकारी मिली कि प्रधानमन्त्री कार्यालय से इस प्रकार के कोई भी पत्र कम्पनी को जारी नहीं किये गये हैं । छानबीन में यह भी पाया गया था कि इस सारी जालसाजी में कसौली निवासी जितेन्द्र कुमार चन्देल भी शामिल था, जिसने प्रधानमन्त्री कार्यालय के अधिकारियों के नाम से झूठे हस्ताक्षर करके उपरोक्त जाली पत्र जारी किये थे ।

इस शिकायतपत्र पर पुलिस थाना कसौली में 21 मार्च को धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था । इस माामले के नामजद आरोपी कसौली के मशोबरा निवासी  जितेन्द्र कुमार की जांच कराई गई। आरोपी के मोबाईल फोन, कम्पयूटर तथा अन्य दस्तावेजों का विश्लेषण  करने पर  पता चला कि आरोपी जितेन्द्र कुमार चन्देल स्वयं को आयकर विभाग का डिप्टी कमिश्नर बताता था। वह विभिन्न विभागों व बैकों आदि से ई-मेल व अन्य माध्यमों से पत्राचार करके उन्हें अपना झूठा परिचय अनुचित लाभ हासिल करता था । इसके बाद पुलिस ने उक्त साक्ष्यों के आधार पर 12 अगस्त को आरोपी 38 वर्षीय जितेन्द्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया।  जांच के दौरान यह बात साफ हो गई कि  दौरान पाया गया है कि आरोपी जितेन्द्र कुमार चन्देल ने ही प्रधानमन्त्री कार्यालय दिल्ली के नाम से जाली दस्तावेज तैयार करके गिवर्ने इनोवेक्स प्राइवेट लिमिटेड इंडिया  कम्पनी  के अध्यक्ष कश्मीरी लाल से कम्पनी को फायदा पहुंचाने व संचालन के नाम पर लाखों रुपये ऐंठ लिये ।

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एसपी के अनुसार आरोपी ने एक अन्य घटना में स्वयं को ईडी का डिप्टी डायरेक्टर बताते हुए फर्जी सेलरी स्लिप के आधार पर देना बैंक से कार लोन पर भी ले लिया।  आरोपी को मंगलवार को अदालत में पेश करने के बाद आगामी जांच के लिए पुलिस हरमांड पर देने का आवेदन किया गया। अदालत ने उसे दो दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।  उन्होंने बताया कि जितेंद्र से अब तक की पूछताछ में उसने लोगों को एक करोड़ की चपत लगाने की बात स्वीकार की है। पुलिस उसके पूर्व अपराधिक रिकार्ड की पड़ताल कर रही है। 

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