हिमाचल में शराबी वाहन चालकों पर पुलिस का शिकंजा, चेकिंग अभियान में 1 सप्ताह के दौरान 290 ड्राइवर गिरफ्तार
शिमला। हिमाचल में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही है. हिमाचल पुलिस ने इन हादसों पर रोक लगाने की पूरी तैयारी कर ली है. पुलिस ने जांच में पाया है कि सड़क हादसों का मुख्य कारण तेज रफ्तार और शराब पीकर गाड़ी चलाना है। पुलिस ने अब शराब पीकर और लापरवाही से गाड़ी चलाने वाले चालकों के चालान काटने और लाइसेंस करवाने की प्रक्रिया शुरू की है।
बीते एक हफ्ते में 24 सितंबर से लेकर 1 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में पुलिस ने 46 हजार 901 गाड़ियों की चेकिंग की. इस दौरान 1 हजार 246 के गाड़ियों के चालान किए गए. हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा ने बताया कि, ‘मोटर व्हीकल अधिनियम की धारा-202 के तहत 290 व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया है, जबकि 24 सितंबर से पहले इस साल सिर्फ 51 गिरफ्तारियां ही हुई थी। पुलिस ने इस अभियान के दौरान शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले 483 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने की भी सिफारिश की है. हिमाचल प्रदेश पुलिस का यह अभियान 8 अक्टूबर तक जारी रहेगा।’
बिलासपुर में 36 लोगों की गिरफ्तारी
डीजीपी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पुलिस जिला बद्दी में 3033 गाड़ियों की चेकिंग की गई और, 106 चालान, 17 वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और 39 लोगों की गिरफ्तारी हुई. जिला बिलासपुर में 3291 गाड़ियों की चेकिंग, 108 के चालान, 59 के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और 36 लोगों की गिरफ्तारी हुई. जिला चंबा में 1808 गाड़ियों की चेकिंग, 60 के चालान, 38 के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और 12 लोगों की गिरफ्तारी की गई।
कांगड़ा में तीन लोग गिरफ्तार
हमीरपुर में 2047 गाड़ियों की चेकिंग, 25 के चालान और आठ वाहन चालकों के लाइसेंस को निलंबित करने की सिफारिश की गई है। हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में 2413 गाड़ियों की चेकिंग, 85 के चालान, 35 के लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश और तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई. जनजातीय जिला किन्नौर में 216 गाड़ियों की चेकिंग, 26 के चालान, 21 के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई।
कुल्लू में सबसे अधिक गाड़ियों की चेकिंग
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में सबसे ज्यादा गाड़ियों की चेकिंग की गई. जिला कुल्लू में 5747 गाड़ियों की चेकिंग, 126 के चालान, 11 के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और 26 लोगों की गिरफ्तारी हुई। हिमाचल के सबसे कम आबादी वाले लाहौल स्पीति में 905 गाड़ियों की चेकिंग, सात के चालान और चार लोगों के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश की गई. इसी तरह मंडी में 4309 गाड़ियों की चेकिंग, 134 के चालान, 53 का लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और 51 लोगों की गिरफ्तारी हुई. पुलिस जिला नूरपुर में 2932 गाड़ियों की चेकिंग, 88 की चालान, 44 लोगों के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और 16 लोगों की गिरफ्तारी हुई।
सोलन में 33 गिरफ्तारियां
शिमला में 5046 गाड़ियों की चेकिंग, 133 के चालान और 23 लोगों के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश की गई है. जिला सोलन में 3390 गाड़ियों की चेकिंग, 143 के चालान, 89 के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और 33 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पंजाब के साथ लगते जिला ऊना में 2238 गाड़ियों की चेकिंग, 49 लोगों के चालान, 14 लोगों के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और सात लोगों की गिरफ्तारी हुई. उत्तराखंड की सीमा से सटे जिला सिरमौर में 1078 गाड़ियों की चेकिंग, 80 लोगों के चालान, 18 के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और 10 लोगों के गिरफ्तारी हुई. जिला कांगड़ा के तहत आने वाले पुलिस जिला देहरा में 1235 गाड़ियों की चेकिंग, 23 के चालान, 7 के लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश और सात लोगों की गिरफ्तारी की गई।
जीआरपीएस शिमला में 2612 गाड़ियों की चेकिंग, 26 के चालान, 26 के लाइसेंस रद्द निलंबित करने की सिफारिश और 23 लोगों की गिरफ्तारी हुई. जीआरपीएस कांगड़ा में 1911 गाड़ियों की चेकिंग, 27 के चालान, 16 के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश और 22 लोगों की गिरफ्तारी हुई. इस तरह हिमाचल प्रदेश में कुल 46 हजार 901 गाड़ियों की चेकिंग की गई. 1246 वाहन चालकों के चालान किए गए. इसके साथ ही 483 वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित करने की सिफारिश की गई और कुल 290 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई।