अर्की न्यूज : बिकाऊ और खरीद फरोख्त करने वाले नेताओं को उखाड़ फेंकने का उचित समय : रुमित ठाकुर
अर्की ( हिमाचल प्रदेश)। राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी देवभूमि क्षत्रिय संगठन सवर्ण समाज मोर्चा हिमाचल प्रदेश के अध्य्क्ष रुमित ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने देश की मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा व कांग्रेस के नेताओं के साथ बागी विधायकों के बयान सुने । जिसमें वह अपना दुखड़ा बयान कर रहे हैं कि हम हिमाचल प्रदेश की राजनीति में सरकार के भीतर ह्यूमिलेट हुए है तथा सरकार द्वारा हमारी बात को सुना नही गया। हमारी योग्यता को अनदेखा किया गया और आज वही दर्द हमारी आंखों , दिल और जुबान पर आ गया है।
इस बारे में रुमित ठाकुर का कहा कि ये लोग जो भी बयान बाजी कर रहे है। यह सब झूठ है। इन सभी का लालच व मकसद केवल इनकी कुर्सियों व सत्ता तक सीमित है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यदि उन्हें हिमाचल की जनता की सेवा की इच्छा थी तो आज तक राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के द्वारा रखी जाने वाली।
सवर्ण समाज के अधिकारों की बात दोनों पार्टी की सरकार ,विधायकों , मंत्रियों,के समक्ष रखते समय क्यो उस पर यह लोग साथ खड़े नही हुए । क्यो केवल सत्ता के पक्ष में ही बोलते रहे। क्यो आज तक उनके कानों पर जू तक नहीं रेंगी। आज जब सत्ता हाथ से गई तो कह रहे हैं कि हमारी योग्यता के साथ खिलवाड़ हुआ। उन्होंने कहा कि उस समय ये लोग कहाँ होते है जब यह 90 नंबर लेने वाले को घर में बैठाकर 40 नम्बर लेने वाले को कुर्सी पर बिठाते हैं । तब इनको योग्यता के साथ खिलवाड़ नहीं दिखता ।
आज जब सत्ता व कुर्सी हाथ से गई तो अपनी योग्यता के साथ खिलवाड़ व पूरी जिंदगी की प्रताड़ना याद आ गई । उनका कहना है कि इन लोगो की प्रताड़ना सिर्फ उनके स्वार्थ तक, उनकी कुर्सी तक है।
उन्होंने बीजेपी कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब बिकाऊ है। लोकतंत्र,बुद्विजीवी मतदाताओं का मजाक बना दिया । ये लोग अपनी रोटियां सेंकने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह लोग आज कह रहे हैं कि बाहरी राज्यों के उम्मीदवार चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश में आ रहे हैं। उनका आरोप है कि जब बाहरी राज्यों के लोगों को हमारे स्थानीय युवाओं की जगह हिमाचल प्रदेश में नौकरियां दी जाती हैं ।
रुमित ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश की जनता का आह्वाहन करते हुए कहा कि अब भी समय है। कि इन सभी बिकाऊ नेताओं और खरीद फरोख्त करने वाले नेताओं की असलियत को समझ जाए व ऐसे नेताओं को हिमाचल प्रदेश से की राजनीति से उखाड़ कर बाहर फेंकें।