सितारगंज…जायड्स वेलनेस कंपनी की अवैध बंदी के खिलाफ श्रमिकों ने दिया धरना
नारायण सिंह रावत
सितारगंज। जायड्स कंपनी की अवैध बंदी के खिलाफ श्रमिकों ने हल्द्वानी स्थित उपश्रमायुक्त कार्यालय पर धरना दिया। श्रमिकों का आरोप है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी प्रबंधन की कंपनी को बंद करने के फैसले को श्रम सचिव अवैध घोषित नहीं कर रहे हैं।
शुक्रवार को सितारगंज सिडकुल में बंद की गई जायड्स वेलनेस कंपनी के श्रमिकों ने उपश्रमायुक्त कार्यालय हल्द्वानी पर धरना दिया। श्रमिकों का आरोप है कि प्रबंधन ने बिना किसी पूर्व सूचना के कंपनी को रातोरात बैंड कर दिया।
इस कारण 1200 श्रमिक एक ही दिन में बेरोजगार हो गया। कंपनी ने श्रमिकों को कोई जायज मुआवजा तक नहीं दिया। श्रमिक 119 दिन से आंदोलन कर रहे हैं।लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
आरोप लगाया कि अब तक उपश्रमायुक्त और प्रदेश के श्रम सचिव ने कंपनी बंद करने को अवैध घोषित नहीं किया। जबकि हाईकोर्ट ने कंपनी बैंड करने को अवैध घोषित कर दिया है। इसके बाद भी हीलाहवाली की जा रही है।
इस मौके पर एक्टू के केके बोरा और ललित मटियाली ने श्रमिकों के आंदोलन को समर्थन दिया। इस मौके जायड्स यूनियन के विकास सती, महामंत्री उमेश गोला, रंजना राणा, दीपक नयाल, दिलीप सिंह, धर्मेंद्र सिंह, किशोर पांडेय, चंदन रावत, बची सिंह, रविंद्र सेंगर, मोहित प्रधान, खिम सिंह, प्रदीप सिंह, हरीश रावत, मंगल सिंह आदि मौजूद रहे।