हे भगवान…#नालागढ़ : आज सुबह श्रमिक पहुंचे तो कंपनी गेट पर लटका मिला ताला, गुस्साए श्रमिकों ने की नारेबाजी, दृश शूज के मालिक और अधिकारी नहीं उठा रहे फोन
नालागढ़। हिमाचल के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में उद्योगों का पलायन लगातार जारी है और उद्योगों में काम करने वाले मजदूर दि दूने और चौगुने की दर से बेरोजगार होते जा रहे हैं। ताजा मामला नालागढ़ के स्थित रंगुवाल गांव का है जहां पर एक नामी जूता फैक्ट्री ने गेट पर ताला जड़ दिया और जूता फैक्ट्री में 30—30 सालों से काम करने वाले मजदूर एक ही रात में सड़क पर आ गए।
गुस्साए मजदूरों ने कंपनी के गेट पर एकत्रित होकर कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर रोष प्रकट किया। उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की। मजदूरों ने कंपनी प्रबंधन पर रातों-रात फैक्ट्री को ताला लगाने एवं फैक्ट्री से मशीनरी दूसरी किसी अन्य जगह पर शिफ्ट करने के भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन करोड़ों रुपया मुनाफा एकत्रित करने के बाद फैक्ट्री को ताला लगाकर फरार हो गया है।
मजदूरों का कहना है कि न तो उन्हें बीते तीन तीन माह का वेतन दिया गया है और ना ही अब उन से काम लिया जा रहा है। कंपनी ने गेट पर ताला जड़ दिया है। हम कंपनी में जब भी बातचीत करने के लिए आते हैं तो कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड यह कहकर भेज देता है कि कंपनी के अंदर कोई भी मैनेजमेंट का व्यक्ति नहीं है।
मजदूरों का कहना है कि कंपनी के बंद होने को लेकर उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर ,लेवल ऑफिसर बद्दी एसडीएम नालागढ़ समेत अधिकारियों को शिकायत भेजी है। उन्होंने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई गई है।
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मजदूरों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन द्वारा रातों-रात मशीनरी उठाकर और उसे किसी भी विभाग की अनुमति के बिना ही दूसरी अन्य जगह पर शिफ्ट किया जा रहा है। मजदूरों ने कंपनी प्रबंधन पर आरोप जड़ा है कि फैक्ट्री यहां से करोड़ों रुपए का मुनाफा कमाने के बाद अब इस प्लांट को दूसरी ओर शिफ्ट करने की तैयारी में है। उन्होंने सरकार व प्रशासन से कंपनी के खिलाफ जहां सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही कंपनी प्रबंधन पर कार्रवाई नहीं की गई और अगर फैक्ट्री का मालिक फैक्ट्री को बंद करने की फिराक में है तो सभी मजदूरों का 58 साल तक का फुल एंड फाइनल हिसाब नहीं किया गया तो वह कंपनी के गेट पर भूख हड़ताल करने को भी मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार वह कंपनी प्रबंधन और प्रशासन की होगी।
इस बारे में जब हमने जूता फैक्ट्री के एचआर सुखबीर सैनी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने तीन चार बार फोन करने के बावजूद भी फोन नहीं उठाया।
इस बारे में जब हमने दृश शूज कंपनी के एमडी कुदरत पॉल से फोन पर बात करने की कोशिश की तो उन्होंने भी कई बार फोन करने के बाद फोन नहीं उठाया।
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