दस साल बाद….#रामपुर बुशहर : शुरू हुई ऐतिहासिक रामलीला, सपना पूरा होता देख आयोजकों की आखें भीगीं, आज होगी प्रसिद्ध संतोषी मां की आरती
रामपुर बुशहर। पूरे दस वर्ष बाद शुरू हुई शिमला जिले के रामपुर बुशहर की ऐतिहासिक रामलीला की गणेश वंदना से शुरूआत हुई। इतने लंबे अरसे के ब्रेक के बाद कल शाम जब वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के प्रांगण में रामलीला को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटी और मंच पर ठीक वही दृश्य उभरे तो एक बार फिर से रामलीला को जीवनदान देने के लिए कई महीनो से प्रयास कर रहे युवकों की आखें छलक आईं। आज रामपुर की रामलीला का आकर्षण रामलीला कमेटी की विशेष प्रस्तुति मां संतोषी की आरती होगी।
रामलीला क्लब रामपुर के इस अयोजन में कल शाम को प्रथम दिन श्री गणेश की आरती से हुई। गणेश जी का अभिनय मिट्ठू ने किया। रामलीला के पहले दिन नारद मोह की लीला का मंचन किया गया। नारद का अभिनय प्रियराज ने किया और विष्णु का किरदार कुनाल सिंह ने निभाया।
इसके बाद शीलनिधि दरबार व विश्व मोहिनी स्वयंबर की लीला मा मंचन किया गया। शीलनिधि क किरदार में रमेश बॉबी, नारद के रूप में प्रियराज, विश्व मोहिनी के रूप में राहुल चड्ढा, मंत्री व राजा का अभिनय पियुष, साहिल वंश सोहम व सूरज नेगी ने किया। इसके बाद तलहटी की लीला का मंचन किया गया। इस दृश्य में रावण का किरदार दीपक सूद ने, शिव जी का गोल्डी ने, नंदी का विक्रांत ने और मारीच का रोल ललित ने निभाया।
कल रात की रामलीला का तीसरा दृश्य श्रवण कुमार मृत्यु का रहा। इस दृश्य में विक्रांत विशाल ने श्रवण कुमार का अभिनय किया। शांतनु का अभिनय पियुष ने किया। जबकि श्रवण कुमार की माता का अभिनय मिट्ठू ने किया। सोहम, वंश और साहिल मंत्री व सैनिक बने।
स्मरण करा दें कि दस वर्ष बाद शुरू हुई इस रामलीला को शुरू करने से पहले आयोजकों को सीएम दरबार से लेकर हाई कोर्ट तक के चक्कर लगाने पड़े। कल शाम जब स्कूल परिसर में लोगों की भ्ीड़ जुटी तो आयोजकों की खुशी देखते ही बन रही थी। क्लब के अध्य्क्ष विजेश गोयल ने कहा कि रामलीला का यह मंचन क्षेत्र के युवाओं और व्यापार मण्डल रामपुर के सभी सदस्यों के सहयोग से ही सम्भव हो सका है। रामलीला रोज रात को साढ़े 8 बजे शरू होगी ।