लालकुआं…#आरंभ है प्रचंड : हर मोड़ पर दुम्का की राह घेरे खड़े हैं भाजपा के ही नेता, अब अग्नि परीक्षा से कमतर नहीं पार्टी के भीतर ही उठ खड़ी हुई दावेदारों की फौज से जूझना
तेजपाल नेगी
हल्द्वानी। लालकुआं विधानसभा सीट पर वर्तमान विधायक को विपक्ष से मिल रही चुनौतियों से कहीं गंभीर चुनौतियां पार्टी के भीतर से ही मिल रही है। दुम्का इन सब चुनौतियों का किस दक्षता के साथ।सामना करते हैं यह तो आगे चल कर ही पता चल सकेगा लेकिन यह तय है कि पार्टी के भीतर के दावेदारों ने फिलवक्त उनके इर्द गिर्द एक चक्रव्यूह अवश्य रच दिया है।
लालकुआं में इस वक्त पार्टी के अंदर ही दावेदारों की फौज सक्रिय हैं। इसमें लालकुआं के के लोग भी हैं, और लालकुआं से बाहर के भी। शुरूआत करते हैं प्रदीप बिष्ट से, प्रदीप भाजपा के जिला अध्यक्ष भी हैं। पिछले एक अरसे से वे लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं। शायद ही क्षेत्र का कोई ही गांव होगा जहां प्रदीप बिष्ट अपने जिला अध्यक्ष कार्यकाल में न गए हों। हालांकि वे ऐसे पद पर बैठे हैं जहां से अपने ही विधायक के खिलाफ खुलकर बोलना जनता में पार्टी के प्रति गलत संदेश माना जाएगा। इसलिए प्रदीप ने अभी तक खुलकर लालकुआं सीट से विधायक के टिकट की दावेदारी नहीं की है, लेकिन लालकुआं क्षेत्र में उनकी अप्रत्याशित सक्रियता बताती है कि मन में उनके भी विधायक बनने की इच्छा कुलाचें मार रही है। उनकी दावेदारी के बारे में बात करने पर हमने उनसे बात करने के लिए उन्हें आज सुबह ही दस बजकर 14 मिनट पर कॉल की लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसलिए फिलवक्त उनकी दावेदारी मानी जा सकती है।
पिछले चुनावों में भी अपनी दावेदारी जता चुके हेमंत द्द्विवेदी भी एक बार फिर से विधानसभा क्षेत्रा में सक्रिय है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने टिकट के लिए दावेदरी की थी लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। द्विवेदी इस बार फिर से गांवों में अपनी सक्रियता दिखा रहे हैं। जन आशीर्वाद यात्रा के वाहने में दुम्का और इन्हीं के बीच धक्का मुक्की हो गई थी। पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के नजदीकी माने जाने वाले हेमंत द्विवेदी लालकुआं में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं।
कमलेश चंदोला, भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और पिछले लंबे सेमय से क्षेत्र में सामाजिक कार्यों में हिस्से दारी करते रहे हैं। समाज की जरूरतें पूरी करने के लिए अपनी जेब से खर्च करते रहे हैं। माता जी के निधन के कारण एक वर्ष तक कम सक्रिय थे लेकिन अब वार्षिक श्राद्ध कार्यक्रम के बाद एक बार फिर मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। उनका कहना है कि जनता की मांग पर वे अपनी दावेदारी पार्टी हाईकमान के सामने रखेंगे। कमलेश ने बताया कि वे भाजपा के कार्यकर्ता हैं और उनके समर्थकों की एक बड़ी तादाद है, वे सब के साथ हैं। अपनी दावेदारी रखने में कोई बुराई नहीं है।
पवन चौहान, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष हैं। लगातार सक्रिय रहते हैं। भाजपा के किसी भी गुट के लिए अछूते नहीं है। खुलकर अपनी दावेदारी तो नहीं करते लेकिन अंतरमन में इनके भी टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की ललक हैं। इसके अलावा भी गौलापार आदि से भी दूसरे भी कुछ नेता है जो गाहे बगाहे अपनी दावेदारी ठोकते रहते हैं।
इन सभी नेताओं की रणनीति चालों से घिरे वर्तमान विधायक के सामने यह समय एक अग्नि परीक्षा की तरह हैं और जल्दी ही पार्टी ऐलान कर देगी कि दुम्का अग्नि परीक्षा में सफल हुए या…
यह हैं भाजपा के भीतर से ही लालकुआं के वर्तमान विधायक नवीन दुम्का के सामने आ खड़ी हुई चुनौतियों के इंसानी चेहरे। इसके अलावा एक चुनौती और है जो भाजपा के अंदर से नहीं लेकिन बाहरी होेते हुए भी अंदर की सी है। कल हम बात करेंगे दुम्का के इस सिरदर्द की