बागेश्वर न्यूज : पोखरी और खंतोली समेत कई गावों में लिए एक डाक्टर और वो भी कुंभ ड्यूटी पर, कौन देखेगा मरीज और कौन करेगा वैक्सीनेशन : सोनू चंदोला

बागेश्वर। ग्राम पंचायत पोखरी के सामाजिक कार्यकर्ता सोनू चंदोला ने ग्राम प्रधान पोखरी और खंतोली के हवाले से कहा है क्षेत्र में एकल डाक्टर डिम्पल भाकुनी की ड्यूटी विगत वर्ष बिलौना में सैंम्पलिंग और वर्तमान में कुम्भ मेला हरिद्वार में लगायी गयी थी । आज स्थिति यह है कि यहां प्राथमिक उपचार हेतु एक संविदा फार्मेसिस्ट और एक फार्मेसिस्ट आयुर्वेदिक तैनात है।
उन्होंने उत्तराखण्ड के मुख्यमन्त्री से आग्रह किया है कि पोखरी, खन्तोली,रिखाड़ी, कभाटा,बिगुल,ढपटी, विजयपुर, बुजाड़ आदि 6 ग्राम पंचायतों से आने वाले मरीजों हेतु एकल डाक्टर था,जिसकी ड्यूटी इस कोरोना जैसी महामारी के महाकाल में अन्यत्र क्यों लगाई गई है। जबकि कई ऐसे इलाके भी हैं जहां डाक्टरों की संख्या कहीं अधिक है।
उनका कहना है कि आज आलम यह है कि राजकीय ऐलोपैथिक चिकित्सालय खन्तोली में स्थाई डांक्टर होते तो सैकड़ों गरीब लोगों को प्राथमिक उपचार एवं वैक्शीनेशन हेतु काण्डा जाने में हजार दो हजार रूपये खर्च नहीं करने पड़ते।
उन्होंने कहा है कि क्षेत्रीय ग्रामीण जनता जानना चाहती है कि राजकीय ऐलोपैथिक चिकित्सालय में स्थाई डाक्टर की नियुक्ति नहीं हो सकती है तो चिकित्सालय बनाया ही क्यों । जब इण्टर कालेज में वैक्शीनेशन कैम्प बनाया जा सकता है तो राजकीय ऐलोपैथिक चिकित्सालय खन्तोली में क्यों नहीं ।स्कूलों में वैक्शीनेशन कैम्प लगाने हेतु डाक्टर हैं तो अस्पताल में स्थाई चिकित्सक क्यों नहीं ।
उन्होंने बताया कि 6 ग्राम पंचायतों के मध्य इस चित्सालय में भी वैक्शीनेशन कैम्प बनाया जा सकता था जिसकी हमने मांग भी की थी ।जिससे क्षेत्रीय जनता को लाभ मिल सकता था ,मध्यम वर्ग को सहायता,बुजुर्गों को सहुलियत परन्तु सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग का इसमें ध्यान ही नहीं ।
उनका कहना है कि यह तो जनता के साथ नाइंसाफी ही हुई कि कहीं पर एक स्थाई डाक्टर नहीं वो भी ऐसी महामारी उसकी ड्यूटी कहीं और लगा दी गई है।

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