खेलों के उत्थान के लिए कोई बजट नहीं दिला पाए अनुराग ठाकुर : संदीप सांख्यान
सुमन डोगरा, बिलासपुर। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता संदीप सांख्यान ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश के मंत्री होने के बावजूद अपने ही संसदीय क्षेत्र में इनकी कार्यशैली फिस्सड्डी साबित हुई है। पीएम नरेद्र मोदी की हवाई उपलब्धियों का महिमा मंडन करने वाले भाजपाईयों का हर जबाव एक जैसा है, इससे पता चलता है कि इनके मस्तिष्कों पर कहीं और से कमांड आती है। जबकि धरातल पर देखा जाए तो केंद्रीय खेल मंत्री की परफाॅर्मेंस शून्य है। उन्होंने कहा कि हाॅकी खेल में बिलासपुर जिला सिरमौर रहा है।
यहां से करीब 14 हाॅकी कोच संपूर्ण उतरी भारत में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। लेकिन केंद्रीय खेल मंत्री बिलासपुर के लिए एक एस्ट्रो टर्फ तक नहीं लगवा पाए। सांख्यान ने कहा कि देश में ओड़िसा एक गरीब राज्य है लेकिन वहां के मुख्यमंत्री की हाॅकी के प्रति उत्थान करने की भावना और संवेदनशीलता तथा वचनबद्धता आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है।
भारत विश्वकप की मेजबानी चार बार कर चुका है और ओड़िसा में इसका आयोजन दूसरी बार हो चुका है। इस कप का 2023 का संस्करण ओड़िशा, भुवनेश्वर और राउरकेला राज्य के दो शहरों के बीच संयुक्त रूप से आयोजित किया गया। इसके आयोजन का अन्य स्थान बिरसा मुंडा अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम के साथ, भुवनेश्वर में कलिंगा स्टेडियम था लेकिन आप हिमाचल प्रदेश में खेल मंत्री रहते हुए एक भी बड़ा खेल का आयोजन करवाने में असफल रहे।
सांख्यान ने कहा कि केंद्रीय खेल मंत्री व हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर को साफ करना चाहिए कि उन्होंने हाॅकी सहित अन्य खेलो के उत्थान के लिए पिछले 5 वर्षों में हिमाचल प्रदेश को कितना पैसा दिया। सांख्यान ने अनुराग ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने ग्रामीण खेलो के नाम पर बड़े इवेंट करवाकर कर सेलेब्रिटीज को बुला कर युवाओं को बरगला तो लिया लेकिन खेलों का असली मकसद और खेल के पीछे की भावना को जाग्रत करने में चूक गए।
सांख्यान ने कहा कि हिमाचल में यदि हॉकी की बात की जाए तो हॉकी के बुरे दिन उस दिन शुरू हुए थे जिस दिन हिमाचल हॉकी संघ की कमान साल 2018 में अनुराग को मिली थी उसके बाद सुखराम राम पूर्व भाजपा सरकार के मंत्री रहे को हिमाचल हॉकी की कमान मिली लेकिन हिमाचल हॉकी दयनीय स्थिति में ही जाती रही। सांख्यान ने कहा कि बिलासपुर में हॉकी का एस्ट्रो टर्फ बनना था उसकी फाइल अनुराग ठाकुर केंद्रीय खेल मंत्रालय से पास नहीं करवा पाए।
केंद्रीय खेल मंत्री व हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर को समझना होगा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र करीब 25 से ज्यादा हॉकी कोच निकल कर आए थे, जिसमे से अकेले जिला बिलासपुर से 14 कोच हैं लेकिन आज तक हॉकी के खिलाड़ियों को मिलने वाली सुविधाओं से आपने वंचित रखा है। हिमाचल हॉकी की असलियत यह भी सामने आई है कि खेल में खून.पसीना बहाने वाले राष्ट्रीय स्तर के कई खिलाड़ी आज भी उपेक्षित हैं। कोई मछली तल रहा है तो कोई ढाबा चलाकर गुजर.बसर करने को मजबूर है।
भारतीय हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी हॉकी खिलाड़ी धनराज पिल्लै और परगट सिंह के खिलाफ खेल चुके हिमाचल प्रदेश के खिलाड़ी गुमनामी के अंधेरे में खो गए हैं अन्य नेशलन खिलाड़ी कोई मछली बेचने को मजबूर हैं तो कोई ढाबा चलाने को मजबूर है। संदीप सांख्यान ने अनुराग ठाकुर को नसीहत देते हुए कहा है कि उड़ीसा जैसा गरीब राज्य अकेले हॉकी खेल के लिए 100 करोड़ की राशि दे सकता है तो आप तो हिमाचल प्रदेश से केंद्रीय खेल मंत्री रहे आपके हाथ किसने बांधे थे। युवा व प्रदेश की जनता इसका जबाव चाहती है।