#हल्द्वानी…प्रेम, विवाह औद सुसाइड : नवविवाहिता के सुसाइड मामले में मृतका की मां आई सामने, कहा- मेरी बेटी दहेज व जातीय उत्पीड़न का हुई शिकार, पति, ससुर, जेठ व सास पर केस दर्ज
हल्द्वानी। आठ सितंबर को हल्द्वानी के जगदंबानगर क्षेत्र में किराये के कमरे में फांसी के फंदे पर झूल कर अपनी जान देने वाली नव विवाहिता दिव्या मौर्य के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। कल शाम को मृतका की मां ने हल्द्वानी कोतवाली में आकर तहरीर दी कि उसकी बेटी ने पति व ससुरालियों के दहेज उत्पीड़न से तंग आकर अपनी जान दी है। यही नहीं मृतका की मां ने उसके ससराुलियों पर जाति सूचक तानें मारकर उसे मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप भी लगाया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
कोतवाली में दी गई तहरीर में मृतका दिव्या मौर्या की मां यूपी के रामपुर जिले के बिलासपुर थाना क्षेत्र के खेमरी गांव निवासी विजय लक्ष्मी ने बताया है कि दिव्या रानी हल्द्वानी से बीएससी की पढ़ाई कर रही थी उन दिनों वह हास्टल में रहती थी। इसी वर्ष आठ जून को दिव्या घर सेहल्द्वानी लौटी और कुछ दिन बाद उसने फोन पर उसे बताया कि वह उधमसिंह नगर के दिनेशपुर निवासी कृपाराम मौर्य के बेटे राकेश मौर्य से प्रेम करती है और उसके साथ विवाह करना चाहती है। राकेश सेना में था। 22 जून को दोनों ने रूद्रपुर में विवाह भी कर लिया। इस विवाह पर उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई।
मृतका दिव्या की मां विजयलक्ष्मी के अनुसार विवाह के दो तीन दिन बाद ही दिव्या ने फोान करके उन्हें बताया कि उसका पति, सास ससुर व जेठ उसे दहेज के लिए परेशान कर रहे हैं। दिव्या ने अपनी मां को बताया था कि
ससुरालियों का कहना है कि उन्होंने विवाह के लिए कोई आपत्ति इसलिए दर्ज नहनं की थी कि दिव्या के मां बाप अपनी मर्जी से अच्छा दहेज देंगे। लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं दिया। वे लोग दिव्या से दो लाख रूपये, कार और सोने के जेवरात मांग रहे थे। विजय लक्ष्मी का कहना है कि दिव्या ने उन्हें बताया कि उसके माता पिता गरीब हैं वह इतना रुपये व कार तथा जेवर नही दे सकते है, तो दिव्या का पति कहने लगा कि तू नीच जाति से है फिर भी मैंने तुझसे विवाह किया…इसके अलावा ससुराल वालों ने भी उसे जाति सूचक शब्दों से संबोधित किया।
विजय लक्षमी का कहना है कि इसके बाद जब भी दिव्या घर फोन पर बात करती तो यही बात कहती कि मैने शादी करके गलती कर दी मेरे ससुराल वाले रोज मुझे दहेज के लिए तंग व परेशान करते है। हर बार विजय लक्ष्मी उसे कुछ इंतजाम करने का दिलासा दिलाती।
तहरीर के अनुसार आठ सितंबर को सुबह लगभग साढ़े आठ बजे दिव्या की की दोस्त रवीना का फोन उसे आया और उसने बताया कि दिव्या नहीं रही, उसने आत्महत्या कर ली है। तब मृतका की मां व पिता हल्द्वानी स्थित दिव्या के कमरे में पहुंचे। दिव्या के ससुराली तकरीबन आधा घंटे बाद हल्द्वानी पहुंचे थे। विजय लक्ष्मी का कहना है कि उसकी बेटी ने ससराुलियों के दहेज के लिए उत्पीड़न और बार बार जाति सूचक शब्दों के इस्तेमाल से परेशान होकर आत्महत्या की है। इसलिए दिव्या के पति राकेश मौर्य, उसके पिता कृपाराम मौर्य, जेठ राजेश मौर्य व सास के खिलाफ कार्रावाई की मांग की है।
पुलिस ने विजय लक्ष्मी की तहरीर पर दिव्या की सास, पति, ससुर व जेठ पर दहेज उत्पाीड़न व अनुसूचित जाति व जनजाति एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
ऐसा हुआ था 8 सितंबर को
दुस्साहस…हल्द्वानी: जगदंबानगर में फौजी की पत्नी झूली फांसी के फंदे पर, मौत
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