पर्दाफाश #हल्द्वानी: गोरापड़ाव के पास हुए गोलीकांड के दो आरोपी गिरफ्तार, यह थी कौस्तुभ शर्मा को गोली मारने की वजह, गाड़ी में लगी थी फर्जी नंबर प्लेट, हथियार भी बरामद
हल्द्वानी। पुलिस ने गोरापड़ाव के पास दो सितंबर की शाम हुए गोली कांड का पर्दाफाश करते हुए दो लोगों को हथियारों व जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक आरोपी अभी फरार है। एसएसपी नैनीताल प्रीति प्रियदर्शिनी ने यहां मीडिया को दी गई जानकारी में बताया कि फायरिंग के पीछे दोनों पक्षों का पुराना लेनदेन सामने आया है। गिरफ्तार किए गए दोनों युवकों से बरामद कार का नंबर भी फर्जी पाया गया है।
एसएसपी ने बताया कि दो सितंबर की रात्रि लगभग साढ़े नौ बजे पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की मंछी पुलिस चौकी के अंतरगत ग्राम हरिपुर तुलाराम में फायरिंग की घटना घटित हुई है। सूचना प्राप्त होते ही पुलिस बल मौके पर पहुँचा तथा घटनास्थल एवं प्रकरण के जांच में ज्ञात हुआ कि हरिपुर तुलाराम निवासी 58 वर्षीय कौस्तुभानन्द शर्मा को अज्ञात लोगों ने जान से मारने की नीयत से गोली मारकर घायल किया है।
उपरोक्त फायरिंग की घटना के खुलासे के लिए चार टीमों का गठन किया गया जिन्हें सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन, खुफिया जानकारी व मोबाईल सर्विलांस एवं घायल कौस्तुभानन्द शर्मा के साथ हुई घटना के संबंध में जांच का कार्य आवंटित किया गया। हल्द्वानी के कोतवाल अरूण कुमार सैनी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीमों के द्वारा प्रकरण में जांच व घायल के बयानों में यह तथ्य प्रकाश में आया कि घायल कौस्तुभानन्द के बेटे ललित मोहन कुछ ट्रान्सपोर्टरों के साथ कई सालों से व्यवसाय के संबंध में लेन-देन था। जिस क्रम में उसकी काफी अधिक देनदारी ट्रान्सपोर्टरों के ऊपर थी जिसको लेकर ट्रान्सपोर्टरों का कौस्तुभानन्द के साथ पंचायत भी हुई थी जिसमें कोई हल नहीं निकला था ।
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उन्होंने बताया कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस की टीम ने आज इस गोलीकांड में शामिल दो आरोपियों को घटना में प्रयुक्त वाहन व हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया । पूछताछ में पता चला कि आरोपी अमरजीत उर्फ मीनू पंजाब केरला रोडवेज ट्रान्सपोर्ट मैनेजर के रूप में कार्य करता है जिसकी कौस्तुभानन्द के बेटे ललित मोहन के साथ देनदारी थी।
जिस कारण पैसे वापस करने हेतु दबाब बनाने के लिए उसने फायरिंग की घटना को अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया। उनसे से बरामद कार इतियोस टोयेटा की जांच की गयी तो वाहन में नम्बर प्लेट HR12AH – 0761 की लगी हुई है, जबकि जांच में उक्त वाहन HR20AD- 0999 नम्बर से रजिस्टर्ड होना पाया गया।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद पुलिस की नजर से बचने के लिए वे नंबर बदल कर कार को घुमा रहे थे। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी एक आरोपी मोनू उर्फ मुंडी की पुलिस को तलाश है। वह हरियाणा के फतेहाबाद का रहने वाला है। गिरफ्तार युवकों के नाम अमित ऊर्फ मित्ता व अमरजीत सिंह ऊर्फ मीनू बतायए गए हैं। मित्ता फतेहाबाद के नहला गांव का रहने वाला है। जबकि मीनू किच्छा रोड रूद्रपुर का निवासी बताया गया है। अमित ऊर्फ मित्ता पर हरियाणा के नरवाना थाने में इसी प्रकार तीन और मुकदमे दर्ज है। उनके हवाले से 315 बोर का एक तमंचा और दो जिंदा कारतूस तथा तीन जिंदा कारतूसों के साथ एक 32 बोर की देसी पिस्टल भी बरामद हुई है।
पुलिस टीम में हल्द्वानी के कोतवाल अरूण कुमार सैनी, कोतवाली के एसएसआई मंगल सिंह, उप निरीक्षक दिनेश जोशी, दिलवर भण्डारी, कविन्द्र शर्मा, कांस्टेबल अरूण राठौर, परवेज अली, ललित श्रीवास्तव व एसओजी के कांस्टेबल विरेंद्र चौहान, जितेंद्र सिंह, व सर्विलांस सेल के कास्टंबल अनिल गिरी शमिल थे।