रूद्रपुर के प्रीतनगर में दोहरा हत्याकांड : मेड इन इंग्लैड थी दरोगा की बंदूक, बड़ा सवाल – 315 बोर की बंदूक से 30 बोर के कारतूस कैसे चले
रूद्रपुर। प्रीतनगर में हुए दोहरे हत्याकांड में हल्द्वानी में तैनात दरोगा की जिस राइफल से हत्याएं की गई थी वह इंग्लैंड मेड हैं। हालांकि अब घटना स्थल से बरामद खाली कारतूसों और इस राइफल के बोर में अंतर सामने आने के बद पुलिस भी कन्फ्यूज हो गई है। इसलिए पुलिस ने मामला एफएसएल एक्सपर्ट के जांच के लिए भेजने का फैसला किया है।
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पुलिस ने जब हत्यारोपी राकेश मिश्रा को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि उसके भाई राजेश मिश्रा की बंदूक से उसने एक दो नहीं बल्कि पूरे पांच फायर किए थे। और गोली चलाते समय सभी खोखे जमीन पर ही गिर गए थे। जो कि पुलिस ने मौके से बरामद भ्ज्ञी किए थे। उसने जब राइफल बरामद कराई तो पता चला कि राइफल इंग्लैंड में निर्मित है। रायफल पर बीएसए मेड इन इंग्लैंड अंकित है। पुलिस रायफल के संबंध में भी जानकारी जुटाने में लग गई है।
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गौरतलब है कि डबल मर्डर में एक के बाद एक पांच फायर करने के कारण राकेश मिश्रा जमीन पर पड़े खाली खोखों को उठा नहीं सका। डबल मर्डर के बाद आरोपित वहां से आनन फानन भाग निकला था। बाद में वहां पहुंची पुलिस ने घटना स्थल पर पड़े पांचों खाली कारतूस बरामद कर कब्जे में लेकर सील कर दिए थे। मृतक के परिवार में हथियार के जानकारों ने जब बरामद खाली कारतूस देखे तो उसके 30 बोर के लग रहे थे। लेकिन बरामद बंदूक में 315 बोर के कारतूस प्रयोग होते हैं। यह बात मृतक के परिजनों ने पुलिस के सामने भी उठाई। जिससे पुलिस ने आशंका को भी समाप्त करते हुए बरामद रायफल की एफएसएल जांच की फैसला किया है। पुलिस सूत्रों का मानना है कि विदेश में बनी रायफल के बोर में भारत में बनी रायफल में फर्क होने के कारण यह स्थिति पैदा हो सकती है। फिर भी एफएसएल की रिपोर्ट आने पर ही कुछ भी दावे से कहा जा सकेगा।