हल्द्वानी ब्रेकिंग : विजन सोसायटी के मालिक अरविंद पंत सहित कई पदाधिकारियों पर दो दिन में धोखाधड़ी के तीन और मुकदमे दर्ज
हल्द्वानी। विजन सोशल सोसायटी व विदित अक्षय निधि लिमिटेड के मालिक अरविंद पंत और उनके साथियों पर पिछले दो दिनों दो धोखाधड़ी के तीन मुकदमे और दर्ज हो गए हैं।
कल रात एक केस करायल चतुरसिंह, राजारानी विहार फेस 1 की रहने वाली चंपा बिष्ट ने कोतवाली पुलिस को तहरीर सौंपते हुए बताया कि उसकी मुलाकात अरविंद पंत सु हुई तो पंत ने विजन सोसायटी के बारे में बताया। उसे इस संस्था में सहायक के पद पर ऱख कर वेतन का लालच देकर मेरे सभी रिश्तेदारों व पड़ोसी से मुलाकात भी की।
महिला का आरोप है कि संस्था के संस्थापक पंत व अन्य कर्मचारियों ने उसे गुमराह करके एटीएम दिखाकर लालच दिया गया। उसने नौकरी ज्वाइन कर ली, महिला ने बताया कि उसे महीने का टारगेट दिया जाता था, जिसमें पांच या तीन साल व एक के खाते खोले जाते थे, मैंच्युरेटी का टाइम आने पर पैसा वापस नहीं दिया।
महिला ने अपने जानकारों से कंपनी 45 लाख रुपये जमा कराए। इसमें सभी रिश्तेदारो, गरीब मजदूर विधवा महिलाओं के पैसे है जिसमें महिलायें ज्यादा है। अब पचास साल की इस महिला पचास साल चंपा को संस्था में रुपये जम करने वाले परेशान कर रहे हैं। कुछ लोग तो उसके घर का सामान भी उठा कर ले गए। पुलिस ने उसकी पर अरविंद पंत व उनके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
इससे पहले 19फरवरी को भी बैलपड़ाव निवासी उमा रावत ने अरविंद और उसके साथियों संतोष पंत व आनंद सिह मेहरा
के खिलाफ कुल 22 लाख की धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। उमा के मुताबिक उसने अपने परिचितों व रिश्तेदारों से कंपनी में 20 लाख रुपये जमा कराए थे और दो लाख रुपये अपने जमा किए थे। अब उनके रुपये वापस नहीं दिए जा रहे हैं।
19 फरवरी को ही कालाढूंगी के नन्दपुर गेबुआ निवासी मोहन चंद्र सति ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी कि उसने अपने जाान पहचान वालों व रिश्तेदारों से कंपनी में 24 लाख 15000 रुपया जमा कराया था। लेकिन अब यह वापस कंपनी वापस नहीं लौटा रही है। सति ने इस मामले में जिन सोसायटी के निदेशक अरविंद पंत,अध्यक्ष संतोष पंत, महासचिव आनंद सिंह मेहरा,एरिया मैनेजर गोपाल दत्त, हल्द्वानी निवासी अंकिता जोशी, दिनेश गोहनियाव काठगोदाम निवासी योगेश कांडपाल को नामजद किया है।
दो दिन में धोखाधड़ी के तीन और मुकदमे दर्ज होने के बाद अब विजन सोसायटी की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।