बागेश्वर … #अजीब हालात: कौन आ रहा -कौन जा रहा है, प्रशासन के पास नहीं ट्रेकर्स का कोई आंकड़ा
सुष्मिता थापा
बागेश्वर। पिछले लगभग डेढ साल में प्रदेश में आने वाले हर बाहरी व्यक्ति की जानकारी टिप्स पर है, लेकिन बागेश्वर जिला प्रशासन है कि उसके पास ग्लेशियरो पर ट्रेकिंग के लिए आने आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों का कोई आंकड़ा तक नहीं है।
प्रशासन को पता नहीं है कि कितने पर्यटक बागेश्वर आए या ग्लेशियरों में ट्रैक कर रहें हैं। आंकड़ों के लिए विभागीय अधिकारी होटल संचालकों पर निर्भर रहते हैं। वहीं बीते दिनों आई आपदा ने सरकार और प्रशासन की पूरी पोल खोलकर रख दी है। अभी तक जितने भी आंकड़े प्रशासन द्वारा जारी किये है उनकी कोई ठोस पुष्टि नहीं है। सभी आंकड़े अनुमानित हैं।
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कितने ट्रैकर या फिर पर्यटक फंसे हुए हैं सब भगवान भरोसे है। पर्यटन विभाग से ग्लेशियर में गये पर्यटकों का आंकड़े मांगने पर उन्होंने इसे वन विभाग की जिम्मेदारी बताया। वहीं वन विभाग ने ग्लेशियर जा रहें पर्यटकों का आकड़ा रख रखाव की बात तो मानी लेकिन इस बार अब तक इंट्री रजिस्टर खाली होने की बात सामने आयी है। मतलब साफ है प्रशासन की ओर से घोर अनियमिता बरती जा रही थी।
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कोरोना के इस दौर पर पर्यटक देश विदेश से पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों में प्रशासन की जानकारी के बिना ही घूम रहे हैं। अब हालात इतने बतर हैं कि प्रशासन ने 24 घंटे बात भी कोई स्थिति साफ नहीं हुई है। कितने मरे है कितने घायल हैं सब कुछ अनुमानित हैं।
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अगर इन पर्यटकों की कहीं भी इंट्री होती तो शायद कुछ चीजें इतनी जटिल नहीं होती। वहीं राहत और बचाव कार्य में भी आसानी होती। जो भी हो फिलहाल जिले के सभी अधिकारी पूरी मेहनत व निष्ठा से इस सर्च अभियान में युद्धस्तर पर लगे हुए हैं।