उत्तराखंड ब्रेकिंग : चार चरणों में होता था सेना में भर्ती का खेल, ऐसे आते थे युवा चपेट में, तीन गिरफ्तार
देहरादून। प्रेमनगर पुलिस ने सेना में भर्ती के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले तीन शातिर को गिरफ्तार किया। उनके पास से कई दस्तावेज आदि भी बरामद किए गए हैं। पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने ऐसा जाल बुना हुआ था कि कोई भी आसानी से इनके झांसे में आ जाता था। वे युवाओं का मेडिकल कराते थे। उन्हें उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में बाकायदा ट्रेनिंग तक देते थे।
11 अप्रैल को दीपक पुत्र जयवीर निवासी ग्राम कमोद थाना बौन्दा, जिला चरखीदादरी, हरियाणा की ओर से इस संबंध में थाने में लिखित शिकायत की गई थी। उसने बताया कि उसके साथ दस बारह लड़के और ठगी का शिकार हुए हैं। उसने रविन्द्र पुत्र दीपराग, निवासी बौन्धकला, जिला चरखीदादरी हरियाणा, सोनू पुत्र सुबेदार निवासी बौन्धकला, जिला चरखीदादरी हरियाणा, युवराज उर्फ स्वराज उर्फ अरविन्द पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी तीलीघाट, थाना खुर्जा, जिला बुलंदशहर उत्तर प्रदेश, पंकज उर्फ अक्षत पुत्र बृजभूषण निवासी हरेडा कोतवाली बागपत उत्तर प्रदेश, रोहित निवासी लोनी दिल्ली को आरोपित बनाया था। उन्होंने कहा गया कि भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर उनसे एडवांस में पैसे लिए हैं।
प्रदेश की ताजा खबरों के लिए जुड़े व्हाट्स एप ग्रुप से 👉 Click Now 👈
आरोप है कि उक्त व्यक्ति उसे और अन्य लडकों को आर्मी एरिया धोलाकुआं दिल्ली में ले गए। वहां मेडिकल करवाकर अलग–अलग स्थानों में ले गए। कुछ माह व्यतीत होने के पश्चात हिमालयन कैम्प गडू खत्ता टिहरी गढ़वाल ले गए। जहां पर उनकी फिजिकल ट्रेनिंग करवायी गई। इसके बाद आज टेरीटोरियल आर्मी गढ़ी कैंट देहरादून में ज्वाईनिंग के लिए लाए थे। वे सभी आवेदकों को यहां बालाजी मन्दिर झाझरा के पास लाकर छोड़कर फरार हो गए।
पुलिस के मुताबिक देहरादून में सिलवर हाईट तिराहा, विधौली रोड से तीन संदिग्ध व्यक्तियों को आई-10 व स्विफ्ट डिजायर कार के साथ पकड़ा। पूछताछ में उक्त व्यक्तियों के नाम उनके पहचान पत्र आदि से वैरीफाई करने पर गलत पाये गए। तीनों के नाम सोनू, युवराज और पंकज है। साथ ही उनके खिलाफ प्रेमनगर में सेना भर्ती मामले में मुकदमा दर्ज था। तीनों की तलाशी लेने पर उनके पास से लडकों के सलैक्शन लैटर, आईएमए की नीली गोल मोहरें, लडकों आधार कार्ड आदि बरामद हुए।
पुलिस ने हरियाणा के सोनू, उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर का स्वराज उर्फ युवराज उर्फ अरविन्द और यूपी के बागपत के अक्षित उर्फ पंकज को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से 14 ज्वाइनिंग लैटर, दस आधार कार्ड, चार मोबाइल, चार एटीएम कार्ड, दो सेना की मोहर बरामद हुई है।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ से पता चला कि वे फर्जी भर्ती के लिए चार चरणों में योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते थे। इससे उनके झांसे में आने वाले को पता नहीं चलता था कि वो ठगी का शिकार हो रहा है।
प्रथम चरण
सबसे पहले रवीन्द्र नाम के व्यक्ति की ओर से हरियाणा, यूपी आदि ग्रामीण क्षेत्रों से बेरोजगार युवकों को इकट्ठा किया गया था। तथा 10-12 लडके इकट्ठा होने के बाद धनराशी तय की जाती थी। प्रति युवक 5 से 10 लाख रूपए में भर्ती के लिए तय किए जाते हैं। यह राशि युवाओं से वसूल ली गई।
द्वितीय चरण
सेना में भर्ती के लिए लड़कों का सलैक्शन होने के बाद रवीन्द्र अपने साथी सोनू को उक्त लड़कों से मिलवाता था। सोनू इन लडकों से उनके कागजा,त आधार कार्ड आदि इकठ्ठे करता था। फिर अपने अन्य साथी युवराज के साथ मिलकर फर्जी ज्वाईनिंग लैटर/सलैक्शन लैटर तैयार करवाता था।
तृतीय चरण
सभी लड़कों के कागजात इकट्ठा होने के बाद उन लड़कों का मेडिकल करवाने के लिए आर्मी कैट क्षेत्र चुना जाता था। जिसमें इनके सहयोगी रोहित नाम का व्यक्ति आर्मी कैट, धौलाकुँआ, दिल्ली में कैम्पस में अन्दर ले जाकर इनके मेडिकल करवाता है।
चतुर्थ चरण
इसमें सभी लडकों का मेडिकल होने बाद ट्रेनिंग के लिए स्थान का चयन किया जाता है। जहां पर बैच के अनुसार इन्हें ट्रेनिंग दिलवायी जाती है। हिमालयन कैम्प गट्डू खत्ता टिहरी गढ़वाल में आर्मी की मिलती जुलती वेशभूषा में इन्हें आर्मी की तरह प्रशिक्षण दिया जाता है। उक्त प्रशिक्षण प्राप्त होने के बाद इन लडकों को युवराज के द्वारा तैयार करवाए गए फर्जी/कूटरचित सलैक्शन लैटर दिए जाते है। इस पूरी प्रकिया के दौरान उपरोक्त सभी लडकों से तय किए गए पैसे प्राप्त कर लिए जाते हैं। पिछले साल भी सोनू ने अपने गांव के आस पास के 5-6 लड़कों के पैसे लेकर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिए थे, जिसका पता चलने पर लोगों ने सोनू की पिटाई भी की किंतु कोई मुकदमा दर्ज नही करवाया था।