महाकुंभ 2021 : हरिद्वार में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, कोविड नियमों की उड़ी धज्जियां, सात बजे के बाद हर की पैड़ी अखाड़ों के स्नान के लिए खाली कराई
हरिद्वार। सोमवती अमास्या पर महाकुंभ 2021 के शाही स्नान के लिए हरकी पैड़ी पर भीड़ उमड़ पड़ी है। सुबह सात बजे तक की पैड़ी पर आम आदमी को स्नान करने दिया गया। इसके बाद अखाड़ों के स्नन के लिए हर की पैड़ी को आरक्षित घोषित कर दिया। महाकुंभ में स्नान करने आए स्नानार्थियों के रैले हर की पैड़ी व अन्य तमाम घाटों पर पहुंच रहे हें। ऐसे में कोविड नियम हासिये पर चले गए हैं। कुंभ मेला आईजी संजय गुंजयाल का कहना है कि वे लोगों से लगातार कोविड नियमों के पालन का आग्रह कर रहे हैं लेकिन भारी भीड़ के कारण यह व्यावहारिक रूप से असंभव है।
आईजी का कहना है कि भारी भीड़ को देखते हुए यहां घाट पर सामाजिक दूरी जैसे नियम का पालन करा पाना नामुमकिन है। अगर हमने ऐसा कराने की कोशिश की तो भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो सकती है इसलिए हम ऐसा नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेला प्रबंधन हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
सोमवती अमावस्या के शाही स्नान पर कुंभ मेला पुलिस ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हरकी पैड़ी पर स्नान करने के लिए कुछ राहत दे दी । श्रद्धालु हरकी पैड़ी पर सुबह सात बजे तक स्नान कर सके। इसके बाद आम श्रद्धालु हरकी पैड़ी क्षेत्र पर नहीं जा पाए और इसके बाद यह क्षेत्र अखाड़ों के संतों के स्नान के लिए आरक्षित होगया।
आज शहर के अंदर चौपहिया वाहन, आटो व ई-रिक्शाओं को देवपुरा चौक से आगे नहीं जाने दिया गया। इस बार अखाड़ों के शाही स्नान के लिए भी नियम बनाए गए हैं। जिनके अनुसार शाही स्नान के दौरान जाने वाले वाहनों की संख्या 100 से ज्यादा नहीं होगी। इसके साथ ही हाथी एवं घोड़ों की संख्या भी कम रहेगी। महामंडलेश्वर अपने साथ 25 से ज्यादा भक्तजन नहीं ले जा सकेंगे। वहीं जुलूस में पांच से ज्यादा बैंड डीजे वाले नहीं होंगे। संजय सेतू पर कोई भी अखाड़ा खड़ा नहीं होगा।