हल्द्वानी… #ये क्या : ओपन यूनिवर्सिटी का गेट पांच बजे भी नहीं खुला तो भड़क उठे शिक्षक, जोरदार नारेबाजी गेट पर लगाया जाम,कुलपति को आना पड़ा धरनारत शिक्षकों के बीच
हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (#Uttarakhand_Open_University) के शिक्षकों और कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के मनमानेपन के ख़िलाफ़ विश्वविद्यालय गेट को जाम करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। शिक्षकों का कहना है कि प्रशासन आम शिक्षकों और कर्मचारियों को उत्पीड़ित कर रहा है। जबकि प्रशासन के करीबी लोगों की मौज है। शिक्षकों को ज़रूरी काम होने और स्वास्थ्य ख़राब होने पर भी गेट से बाहर जाने से रोका जा रहा है। शाम के पांच बजे भी गेट बंद होने से शिक्षक कर्मचारी उग्र हो गये और उन्होंने कुलपति (#Vice_Chancellor )और रजिस्ट्रार समेत सभी अधिकारियों के वाहन जाने की रास्ते जाम कर दिये।
प्रदर्शनकारियों के दबाव में एक घंटे बाद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने प्रो. नयाल ने प्रदर्शन स्थल पर आकर शिक्षकों से बात की। उन्होंने वादा किया कि गेट पर ताला नहीं लगाया जाएगा और कर्मचारियों का उत्पीडन नहीं होगा। उन्होंने ये भी वादा किया कि बिना उपस्थिति रजिस्टर में दस्तखत के किसी को तनख्वाह नहीं दी जाएगी।
प्रदर्शकारियों का नेतृत्व शिक्षक नेता डॉ भूपेन सिंह, डॉ राजेंद्र कैडा. डॉ ममता कुमारी, डॉ कमल देवलाल, डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह आदि कर रहे थे। प्रदर्शनस्थल पर एक सभा भी की गई। जिसमें विश्वविद्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार का मामला भी उठाया गया। सभा को डॉ भूपेन सिंह, डॉ राजेंद्र कैड़ा, डॉ ममता कुमारी के साथ ही कर्मचारी नेता हर्षवर्धन लोहनी और राजेश आर्या ने भी संबोधित किया।
शिक्षक नेता डॉ भूपेन सिंह का कहना है कि कुलपति ने विश्वविद्यालय को कैदखाना बना दिया है। जबकि प्रशासन के चहेते लोग बिना उपस्थिति रजिस्टर में दस्तखत किये तनख्वाह ले रहे हैं। डॉ. भूपेन ने कहा कि प्रशासन की मनमानी और आम शिक्षक-कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।