भाजपा के ऑपरेशन लोटस के जवाब में कांग्रेस का ऑपरेशन हस्त!

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया का दावा- बीजेपी के कई विधायक कांग्रेस में होंगे शामिल

बेंगलुरु। क्या भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ के जवाब में कांग्रेस ने ‘ऑपरेशन हस्त’ शुरू किया है? कर्नाटक में यह सवाल बीते कुछ दिनों से जोरशोर से उठाया जा रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को कहा कि आने वाले दिनों में बीजेपी और जनता दल (सेक्युलर) के कई विधायक, नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी ऑपरेशन हस्त में शामिल नहीं है। इस दौरान सिद्धारमैया से राज्य में सीएम के बदलाव को लेकर लग रही अटकलों पर सवाल पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद मुख्यमंत्री बदला जाएगा या नहीं, यह कांग्रेस आलाकमान तय करेगा।


मुख्यमंत्री सिद्धारमैय सोमवार को बेंगलुरु में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा विधायकों, पूर्व विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित भाजपा और जेडीएस के कई लोग कांग्रेस में आ रहे हैं। कांग्रेस के सीनियर लीडर ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी ने उन पर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया है। सिद्धरमैया ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘ऑपरेशन हस्त चलाने का कोई सवाल ही नहीं है, जो भी पार्टी में आएगा हम उसे शामिल करेंगे। कोई हस्त नहीं, कोई ऑपरेशन नहीं। जो कोई भी हमारी पार्टी की विचारधारा और नेतृत्व को स्वीकार करते हुए पार्टी में आएगा – चाहे वह भाजपा से हो या जद (एस) से हो, क्या हम उन्हें ना कह सकते हैं?’

विपक्षी विधायकों को कांग्रेस पाले में लाने का प्रयास?
ऑपरेशन हस्त (कांग्रेस का चुनाव चिह्न हाथ) सत्तारूढ़ पार्टी को और मजबूत करने व सरकार की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए विपक्षी विधायकों को अपने पाले में लाने का कांग्रेस का प्रयास बताया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इसे बीजेपी के ऑपरेशन लोटस के जवाब में शुरू किया गया है। वहीं, सीएम सिद्धारमैया ने हाल में अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ नाश्ते पर हुई बैठक के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि जिला प्रभारी मंत्रियों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।

कर्नाटक में मुख्यमंत्री बदलने की अटकलें
अगले साल होने वाले संसदीय चुनाव से पहले या उसके बाद राज्य में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर भाजपा के नेता ने टिप्पणी की थी। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिद्धारमैया ने कहा, ‘वह हमारी पार्टी के मामले पर टिप्पणी क्यों कर रहे हैं? हमारे पास निर्णय लेने के लिए आलाकमान है।’ पिछले हफ्ते सिद्धारमैया ने कहा था कि वह पूरे 5 साल के लिए मुख्यमंत्री बने रहेंगे। उनकी यह बात कांग्रेस में कुछ लोगों को पसंद नहीं आई और पार्टी के कई विधायकों व मंत्रियों ने इस बारे में टिप्पणी की। बाद में सिद्धारमैया ने कहा था कि आलाकमान जो भी फैसला लेगा वह उसका पालन करेंगे।

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