बागेश्वर…गर्व : बागेश्वर के लाल ललित साह को मिलेगा राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक

पिथौरागढ़/बागेश्वर। वर्ष 2019 में झारखंड के नक्सल प्रभावित दुमका इलाके में बेहद कठिन और महत्वपूर्ण आपरेशन में दस लाख रूपये के इनामी नक्सलवादी (Naxalite) को मार गिराने वाले बागेश्वर के मूल निवासी व पिथौरागढ़ में अध्ययन करने वाले सशस्त्र सीमा बल (armed border force) द्वितीय कमान अधिकारी (second command officer)ललित साह को देश की सेवा में अदम्य साहस एवं वीरता के सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए इस बार राष्ट्रपति के पुलिस वीरता पदक (Police Gallantry Medal)से सम्मानित किए जाने का ऐलान किया गया है। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों के समापन अवसर पर यह ऐलान किया गया है।


भारत के वीर जवानों को प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति के पुलिस वीरता पदक यानी गैलंट्री मेडल (Police Gallantry Medal)से सम्मानित किया जाता है इसी क्रम में उत्तराखंड निवासी सशस्त्र सीमा बल द्वितीय कमान अधिकारी ललित साह द्वारा वर्ष 2019 में झारखंड के दुमका के नक्सल प्रभावित इलाके में चलाए गए एक बहुत ही महत्वपूर्ण और बेहद मुश्किल ऑपरेशन के दौरान एक्सचेंज ऑफ़ फायर (exchange of fire) में दस लाख के इनामी नक्सली को मार गिराया गया था एवं भारी मात्रा में गोला-बारूद जब्त किया गया था। इस ऑपरेशन ने दुमका झारखंड के नक्सलवादियों की कमर तोड़कर रख दी थी। इसके बाद कई नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण (surrender)कर दिया गया।

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ललित साह मूल रूप से बागेश्वर जिले के रहने वाले हैं, परंतु उनका छात्र जीवन भवानीगंज पिथौरागढ़ में व्यतीत हुआ है। उन्होंने केंद्रीय विद्यालय पिथौरागढ़ से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की है तथा राजकीय महाविद्यालय पिथौरागढ़ से स्नातक की डिग्री हासिल की। सन 2008 में उन्हें सशस्त्र सीमा बल में सहायक कमांडेंट के पद पर नियुक्ति मिली थी। तब उन्होंने आधार प्रशिक्षण के दौरान स्वार्ड ऑफ ऑनर (Sword of Honor)का सर्वोच्च सम्मान प्राप्त किया था। उन्होंने अभी तक अपनी सेवाएं भारत नेपाल सीमा, सीआईजेडब्ल्यू स्कूल ग्वालदम (CIJW School Gwaldam) एवं झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में दी हैं।

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