काम की खबर : खाली होने लगे हैं हल्द्वानी में कोविड चिकित्सालयों के बेड, यह है अभी तक की स्थिति, मरीज को ले जाने से पहले करें यह काम

हल्द्वानी। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का ग्राफ नीचे गिरने से हल्द्वानी के कोविड चिकित्सालयों में खाली बेडों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। आज यहां के विभिन्न कोविड चिकित्सालयों में आक्सीजन वाले कुल 274 बेड खाली हैं। जबकि 99 आईसीयू बेड खाली बताए गए हैं। कोविड कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार हल्द्वानी के चिकित्सालयों में 5 वेंटीलेटर बेड भी खाली हैं।
सबसे ज्यादा आक्सीजन वाले बेड एसटीएच में खाली हैं। यहां 376 में से 177 आक्सीजन बेड खाली हैं। जबकि यहां एक भी आईसीयू बेड खाली नहीं है। एसटीएच में आज वेंटीलेटर बेड भी उपलब्ध नहीं है। यहां कुल 44 वेंटीलेटर बेड है और सभी मरीजों से भरे हुए हैं।
कृष्णा हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में 9 में से दो आक्सीजन बेड, दो में से एक आईसीयू बेड खाली हैं। यहां आज कोई भी वेंटीलेटर बेड खाली नहीं है। बृजलाल हास्पिटल में 30 में से 8 आक्सीजन बेड तो खाली हैं लेकिन यहां केई भी आईसीयू और वेंटीलेटर बेड खाली नहीं है।


साईं हास्प्टिल हल्द्वानी में 28 में से 8 आक्सीजन बेड खाली हैं। जबकि यहां एक आसीयू बेड है और वह समाचार लिखे जाने तक खाली है। इस चिकित्सालय में एक ही वेंटीलेंटर बेड है और वह भी खाली नहीं है।
नीलकंठ चिकित्सालय में 53 आक्सीजन बेड हैं, यहां नौ आईसीयू और 3 वेंटीलेट बेड हैं। लेकिन एक भी बेड खाली नहीं हैं। सेंट्रल हास्पिटल हल्द्वानी में 50 में से बीस आक्सीजन बेड खाली हैं। यहां आईसीयू और वेंटीलेटर बेड खाली नहीं है। विवेकानंद हास्पिटल में 40 में से बीस आक्सीजन बेड खाली हैं। जबकि यहां 20 आईसीयू व 2 वेंटीलेटर बेड तो है लेकिन उनमें से एक भी खाली नहीं है।
बाम्बे हास्पिटल में 11 आक्सीजन बेड हैं, इनमें से नौ पर मरीज हैं और दो खाली हैं। यहां समाचार लिखे जाने तक 11 में से 7 आईसीयू बेड खाली हैं। यहां दो में कोई भी वेंटीलेटर बेड खाली नहीं है। इस चिकित्सालय में 20 में से दो विदआउट आक्सीजन बेड लगे हैं इनमें से 18 खाली हैं। सिद्धी विनायक चिकित्सालय में आक्सीजन, आईसीयू बेड खाली नहीं है। जबकि वेंटीलेटर यहां है ही नहीं। यहां समाचार लिखे जाने तक आठ में से 1 विद आउट आक्सीजन बेड खाली है।
सुबह हास्पिटल में सात आक्सीजन बेड हैं और वे सभी खाली हैं। यहां पांच में से दो आईसीयू बेड खाली हैं जबकि 3 में से तीन वेंटीलेटर बेड भी खाली हैं। इस चिकित्सालय में समचार लिखे जाने तक विद आउट आक्सीजन वाले पांच बेड हैं और वे सभी खाली हैं।
एसटीएच हल्द्वानी में 376 में से 177 आक्सीजन बेड खाली हैं। जबकि यहां आईसीयू और वेंटीलेटर बेड कोई भी खाली नहीं है। यहां आईसीयू के 23 और वेंटीलेटर के 44 बेड मरीजों से भरे हैं।
कल्याण हास्पिटल में 15 में से 12 आक्सीजन बेड खाली हैं। यहां आईसीयू के 5 में से 3 बेड खाली हैं। वेंटीलेट बेड यहां है ही नहीं। जबकि बिना आक्सीजन वाले दो बेड चिकित्सालय में रखे गए हैं वे भी खाली हैं। मां जगदंबा हास्पिटल में 10 में से 6 आक्सीजन बेड खाली हैं। आईसीयू के 11 बेडों से में इस चिकित्सालय में समचार लिखे जाने तक 7 बेड खाली हैं। वेंटीलेट बेड यहां है नहीं औक्र बिना आक्सीजन वाले आठ बेडों का पूरा बेड़ा यहां खाली है। एसके नर्सिंग होम हल्द्वानी में 15 में से 6 आक्सीजन बेड खाली हैं। यहां एक मात्र आईसीयू बेड खाली है जबकि चिकित्सालय का एक मात्र काविड वेंटीलेटर बेड भरा हुआ है।
पीरूमदारा के बाबा नीब करौरी चिकित्सालय में 7 में से 6 आक्सीजन बेड खाली हैं। यहां 13 आसीयू में से 4 बेड खाली हैं। यहां उपलब्ध दो वेंटीलेटर बेड खाली हैं।
इस प्रकार पूरे कुमाऊं के कोरोना पीड़ितों का सबसे ज्यादा बोझसह रहे कुमाऊं के कोविड चिकित्सालयों में 662 आक्सीजन बेडों में से 274 आक्सीजन बेड खाली हैं। आईसीयू के 125 में से 26 बेड खाली हैं। वेंटीलेटर के 69 में से 5 बेड खाली हैं। और बिना आक्सीजन वाले 48 बेडों में से 39 बेड खाली हैं।

यह आंकड़े आज सुबह साढ़े नौ बजे के हैं, मरीजों के अचानक आने से बेडों की संख्या कम भी हो सकती है। इसलिए पाठकों से आग्रह है कि मरीज को चिकित्सालय में ले जाने से पहले चिकित्सालय में संपर्क अवश्य कर लें।

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