हल्द्वानी न्यूज : बनभूलपुरा का सच दबा रहा है प्रशासन – कौमी एकता मंच

हल्द्वानी। एक विदेशी पत्रकार के रिपोर्टिंग में सहयोग करने के आग्रह पर कौमी एकता मंच के कुछ सदस्यों द्वारा हिंसाग्रस्त क्षेत्र में
जाने के बाद पुलिस द्वारा जांच के नाम पर उन्हें थाने में बुलाने और भयभीत किए जाने की कोशिश की कौमी एकता मंच ने निंदा की है।

वामपंथी संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा है कि क्या वजह है कि बनभूलपुरा हिंसा के एक माह बीत जाने के बाद भी एक्टिविस्टों, पत्रकारों को बनभूलपुरा क्षेत्र में राहत, रिपर्टिंग, फैक्ट फाइंडिंग से रोकने की कोशिशें की जा रही हैं।


उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा शांति व्यवस्था के दावे के बाद भी ऐसा किया जाना समझ से परे है। इस तरह की कोशिशों से ऐसा लगता है कि अभी भी प्रशासन कुछ छुपाना चाहता है और बनभूलपुरा क्षेत्र के सच को सामने आने नहीं देना चाहता।

राहत और कानूनी मदद संबंधी कार्यों के लिए पीड़ितों के पास जाना मिलना जरूरी काम है। अतः पुलिस प्रशासन इस तरह के कामों पर रोक लगाने के बजाय सहयोग करे।

कौमी एकता मंच की ओर से बयान जारी करने वालों में भाकपा माले जिला सचिव डा. कैलाश पाण्डेय, ऐक्टू प्रदेश महामंत्री के के बोरा, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की अध्यक्ष बिंदु गुप्ता, पच्छास महासचिव महेश, इंकलाबी मजदूर केंद्र के सुरेंद्र, क्रालोस के मोहन मटियाली, शिवदेव सिंह शामिल रहे।

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