बिग ब्रेकिंग: नालागढ़ के दभोटा गांव में मकान के साथ बच्चा जिन्दा जला, माता – पिता झुलसे
नालागढ़(हिमाचल प्रदेश )।
नालागढ़ के दभोटा गांव में आधी रात को एक मकान में धमाके के बाद आग लग गयी। घर में माता पिता के साथ सो रहा 3 वर्षीय बालक आग में जिन्दा जल गया। उसके पिता को गंभीर अवस्था में पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। जबकि मां को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार दभोटा गांव में रहने वाले सतनाम सिंह अपनी पत्नी पूजा और 3 वर्षीय बेटे के साथ सो रहे थे। बाहर के दूसरे कमरे में परिवार के अन्य सदस्य सोए हुए थे।अचानक एक धमाके के साथ कमरे में आग लग गयी। यह घटना रात तकरीबन साढ़े 11 बजे की है। आग देखते ही देखते पूरे कमरे में फैल गयी। घर में सो रहे सतनाम सिंह जब तक कुछ समझ पाते आग ने पूरे कमरे को चपेट में ले लिया और सतनाम सिंह,। उनकी पत्नी पूजा और तीन वर्षीय बेटा वेहान आग में ही फंस गए।
आग लगने का कारण कमरे में रखे फ्रिज के कंप्रेशर में ब्लास्ट होना बताया जा रहा है। आग लगने के कारण कमरे में सो रहे 3 वर्ष के वेहान की दर्दनाक मौत हो गयी। जबकि सतनाम को गंभीर रूप से झुलस गए। उन्हें गंभीर हालत देखते हुए पी जी आई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। पूजा को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव बावा हरदीप सिंह आज सुबह मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार का दुख दर्द जाना।
बावा हरदीप सिंह ने पीड़ित परिवार को दी दस हजार की फौरी राहत भी सौंपी।
उन्होंने पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया।
इस बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए पीड़ित पारिवारिक सदस्यों का कहना है कि जब वह रात को सो रहे थे तो अचानक फ्रिज के बीच आवाज आई और उसके बाद आग ने पूरे कमरे को अपनी चपेट में ले लिया जैसे तैसे करके पीड़ित परिवार के सदस्यों को बाहर निकल गया और उन्हें पंजाब के भरतगढ़ के अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
जहां पर देखते ही बच्चे को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया जबकि पीड़ित बच्चों के पिता सतनाम सिंह की हालत को गंभीर देखते हुए उसे चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल रेफर कर दिया गया है जहां पर अभी भी उनकी हालत गंभीर बनी हुई है जबकि मृतक बच्चे की माता को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है।
फिलहाल पीड़ित पारिवारिक सदस्यों की ओर से सरकार और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई गई है। पीड़ित परिवार के सदस्यों का कहना है कि गांव में शादी होने के बावजूद भी आसपास लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया और घायलों को अस्पताल तक पहुंचाया गया है।