सावधान अल्मोड़ा : नैनीताल में अडानी ग्रुप के नाम पर ठगी के बाद अब अल्मोड़ा में लगे रिलायंस जियो में नौकरी के पाम्फलेट्स, बेरोजगार हैरान

अल्मोड़ा। अडानी ग्रुप के नाम पर नैनीताल के रामगढ़ के सतबुंगा इलाके में किसानों से लाखों की ठगी करने का मामला सामने आने के बाद अब अल्मोड़ा में कोरोना काल में बेरोजगार हुए युवाओं से रिलायंस के नाम पर रोजगार के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है।


अल्मोड़ा के सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाण्डे ने जब सम्बन्धित रिलायंस के उच्चाधिकारियों से सम्पर्क किया तो पता चला कि उनकी कंपनी की ओर से इस तरह के रोजगार के लिए कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। इसके बाद संजय पांडे ने पुलिस के खुफिसा तंत्र के इस मामले से अवगत कराया है।


उन्होंने बेरोजगारों से अपील की है कि वह फर्जी विज्ञापनो के झांसे मे ना आय़े, इस प्रकरण पर संजय पांण्डे ने रिलायंस जियो कंपनी के उच्चाधिकारियों व खुफिया विभाग अधिकारियो को जानकारी दे दी है, साथ ही स्थानीय प्रशासन से इस पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।


दरअसल एक दो दिन पहले ही नैनीताल जिले के रामगढ़ इलाके में लगभग डेढ सौ किसानों के साथ फसल बीमा व फसल की खरीद के नाम पर ठगी के मामले का खुलासा हुआ है। यहां अडानी ग्रुप के नाम पर ब्रांच आफिस तक खोल दिए गए थे। इनमें से दो कार्यालयों में अब ताले लगे हुए हैं। इन कार्यालयों में गांव के एक दर्जन से ज्यादा युवकों को नौकरी पर भी रखा गया था, लेकिन उनका वेतन भी अब तक नहीं मिला। किसानों ने इस मामले की शिकायत एसएसपी से की तो उन्होंने प्रकरण पर जांच बिठा दी।

हल्द्वानी न्यूज : राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण ने अस्पतालों से की आयुष्मान कार्ड धारकों के कैशलेस उपचार की अपील

यह भी पढ़ें 👉  हिमाचल न्यूज: हिमाचल सूचना आयोग ने सोलन के दो अधिकारियों पर लगाया जुर्माना


उधर अल्मोड़ा के बाजार व गावों में इन दीवारों पर कुछ पाम्फलेट चिपके दिख रहे हैं। इन पंफलेटों में रिलासंय जियो की 4जी टावर कंपनी के लिए युवक युवतियों से व्हाट्सअप पर आदेवदन मांगे गए हैं। इन पाम्फलेटों में डीजल सप्लायर के रूप में 5वीं से 8वीं पास तक के बेरोजगारों से आवेदन मांगे गए हैं। उन्हें 12500 रूपये के वेतन मिलने के लिए कहा गया है।

वाह उत्तराखंड की बेटी : एक को छेड़छाड़ का शिकार होते देख दूसरी युवती ने सिखाया सड़क छाप मजनूं को सबक, लोगों ने भी किए हाथ साफ, पुलिस को सौंपा


इसी प्रकार 1वीं व 11 वीं पास को सुपरवाइजर पद के लिए आवेदन करने को कहा गया है। उन्​हें 15500 रूपये का वेतन मिलेगा। 12वीं पास के साइट इंचार्ज बनाया जाएगा। उन्हें 16500 का वेतन दिया जाएगा। पाम्फलेट में लिखा है कि कम्प्यूटर आपरेटर पद पर काम करने वालों को 18500 का वेतन मिलेगा। ग्रेजुएट युवक युवतियों के लिए 19500 रूपये के वेतन पर फील्ड आफीसर का वेतन दिए जाने का जिक्र पाम्फलेट में किया गया है। आईटीआई ट्रेन्ड युवक युवतियों के लिए इलेक्ट्रीशियन या फीडर नामक के पद रखे गए हैं। दोनों पदों पर 21500 रूपये के वेतन दिए जाने का जिक्र किया गया है और पोस्टग्रेजुएट के लिए असिस्टेंट मैनेजर पद रखा गया है। उन्हें 24500 मासिक का वेतन दिया जाएगा।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी न्यूज अपडेट : काशीपुर में सड़क पर नहीं मित्र के घर पर हुई थी हरिपुर नायक निवासी कमल पंत की मौत, आधी रात को की थी एसिडिटी की शिकायत, सुबह बिस्तर पर बेहोश मिले…छोटे भाई ने दिया घटना का विवरण


इन नौकरियों के लिए ट्रेनिंग होगी या नहीं या फिर सीधे ही नौकरी दी जाएगी। ऐसा पाम्फलेट में जिक्र नहीं है। अलबत्ता यह जरूर लिखा है कि रहना खाना व मेडिकल फ्री। रिलायंस जियो के नाम पर छपे इन पाम्फलेटों में भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त भी लिखा है। एक ओर स्वच्छता अभियान का लोगों भ्ज्ञी बनाया गया है। कंपनी की रजिस्ट्रेशन नंबर भी दिया गया है।

कल नाग पंचमी पर विशेष: कालसर्प योग प्रामाणिक या केवल मिथक!

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी ब्रेकिंग : चलती ट्रेन के गेट पर मोबाइल छीना, लूट का शिकार युवक की गिरकर मौत


अब सवाल यह है कि जियो जैसी कंपनी को पाम्फलेट लगा कर नौकरी देने की आवश्यकता क्यो पड़ गई। इस बारे में जियो के उच्च पदाधिकारी कहते हैं कि उन्होंने इससे पहले ही अपने तमाम विज्ञापनों व वेबसाइट पर साफ कर दिया है कि इस प्रकार जियो की तरफ से कोई भर्ती नहीं की जाती है।

किन्नौर हादसा : मलबे से एक और शव मिला, बस के कुछ हिस्से भी मिले, सुबह साढ़े बजे फिर शुरू हुआ सर्च अभियान

सत्यमेव जयते.काम ने इस पाम्फलेट में दिए गए नंबर पर बात की तो बताया गया कि वे लखनऊ में हैं। उनकी कंपनी में 18 से 28 साल के युवक युवतियों को नौकरी दी जाती है। बताया गया कि आवेदक को इसी नंबर पर व्हाट्स अप पर आवेदन करना होगा।

ब्रेकिंग उत्तराखंड : बच्चे गए थे तालाब में मछली पकड़ने, पानी में उतराती मिली महिला की लाश, बंधी थी तीन ईंटें, शिनाख्त नहीं

फिलहाल अल्मोड़ा में लगे यह पाम्फलेट बेरोजगारों के साथ ठगी का एक बढ़ा साधन बन सकते हैं। इसलिए इस मामले में पुलिस व प्रशासन को आगे आकर पूरे मामले की जांच करनी चाहिए। ताकि बेरोजार फर्जीबाड़े का शिकार न होसकें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *